नेगोम्बोः मेगा पर्यटन योजना के विरुद्ध कार्डिनल रंजीत ने मछुओं का किया बचाव
नेगोम्बो, 09 अक्टूबर सन् 2012 (एशियान्यूज़): श्री लंका के काथलिक धर्माधिपति कार्डिनल
मैलकम रंजीत ने श्री लंका की सरकार का आह्वान किया है कि नेगोम्बो लगून नामक पर्यटन स्थल
के विकास के नाम पर वह मछुआ समुदाय के अधिकारों का उल्लंघन न करे। एशिया समाचार
से बातचीत में कार्डिनल महोदय ने कहा, "निश्चित्त रूप से, श्री लंका को विकास की ज़रूरत
है किन्तु इसका यह अर्थ नहीं कि पर्यावरण एवं मछुआ समुदाय के अधिकारों का अतिक्रमण किया
जाये।" उन्होंने कहा, "श्री लंका को विकास की आवश्यकता है किन्तु विकास योजनाओं में
लोगों का हित ध्यान में रखा जाना चाहिये तथा प्रत्येक व्यक्ति की प्रतिष्ठा, स्वतंत्रता
तथा अधिकारों पर ध्यान केन्द्रित किया जाना चाहिये। विगत सप्ताह एक प्रेस सम्मेलन
में कार्डिनल ने श्री लंका सरकार का आह्वान किया वह अपनी राजस्व एवं कर नीतियों का पुनरावलोकन
करे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार, लोगों एवं पर्यावरण की परवाह न कर, बहुराष्ट्रीय
कम्पनियों के लाभ हेतु काम रही है। नेगोम्बो लगून के अधिकांश निवासी काथलिक मछियारे
हैं इसीलिये इसे "लिटिल रोम" के नाम से भी पुकारा जाता रहा है। हाल में सरकार ने यहाँ
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये कई योजनाएँ आरम्भ की हैं जिसके दुष्परिणाम मछुआ जाति की
जीविका तथा पर्यावरण पर पड़ रहे हैं।