सीरिया की धार्मिक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करने के लिए कलीसियाओं की
अपील
सीरिया 5 अक्तूबर 2012 (सीएनएस) सीरिया में ईसाई चर्चों ने संघर्षों से निर्दोंष नागरिकों
को सुरक्षित या अलग रखने की अपील करते हुए एक नये संदेश में कहा है कि हम अपनी पुकार
को अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ संयुक्त करते हैं जो मानवतावादी विश्व धरोहरों तथा
सीरिया की सांस्कृतिक खजानों की रक्षा करने की पुकार लगा रही है। अलेप्पो के ऐतिहासिक
साउकस के विनाश के बाद फीदेस एजेंसी को भेजी गयी एक अपील में कहा गया है कि देश की धार्मिक,
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को बचाना अत्यावश्यक है। सीरिया के सब कलीसियाई समुदायों
के नेताओं ने यूनेस्कों तथा पूर्वी रीति की कलीसियाओं के धर्मसंघ तथा संस्कृति संबंधी
परमधर्मपीठीय समिति के पास एक अपील भेजा है। संदेश में कहा गया है संघर्षों ने सार्थक
सांस्कृतिक क्षेत्रों जैसे Palmyra, Apamea,तथा ऐतिहासिक महत्व के प्राचीन केन्द्रों
, शहरों, संग्रहालयों, बहुमूल्य सांस्कृतिक विरासतों तथा अनमोल सांस्कृतिक संसाधनों को
खतरें में डाल दिया है। धार्मिक स्थलों (प्रार्थनागृह, गिरजाघर, मस्जिद, मठवासों) का
उपयोग सैन्य लक्ष्यों के लिए किया जा रहा है जो उनके सतत विनाश का कारण बनते हैं। धर्माध्यक्षों
ने उनको भी चेतावनी दी जो अफरा- तफरी के माहौल का उपयोग ऐतिहासिक इमारतों को लूटने के
लिए कर रहे हैं। संदेश में लोगों से अपील करते हुए कहा गया है कि संरक्षित क्षेत्रों
की रक्षा करें तथा इनका उपयोग सैन्य उद्देश्य के लिए नहीं करें। सीरिया में जारी संघर्ष
का अंत विवेक, न्याय और मेलमिलाप के भाव में किया जाये।