विजयवाड़ाः "विश्वास वर्ष" की तैयारी में एकत्र सैकड़ों पुरोहित और धर्मबहनें
विजयवाड़ा, 02 अक्टूबर सन् 2012 (एशियान्यूज़): आन्द्रप्रदेश के विजयवाड़ा में, रविवार
को, लगभग एक सौ पुरोहितों एवं धर्मबहनों ने एक बैठक में भाग लिया ताकि काथलिक कलीसिया
द्वारा घोषित "विश्वास वर्ष" की तैयारी कर सकें तथा भारत के लिये इसके महत्व को समझ सकें।
विजयवाड़ा के काथलिक पुरोहितों एवं धर्मबहनों द्वारा आयोजित इस बैठक का उदघाटन फादर
वाल्ले जोजी बाबू के नेतृत्व में अर्पित ख्रीस्तयाग से किया गया। ख्रीस्तयाग प्रवचन
में फादर बाबू ने कहा, "जिस प्रकार विवाह में हृदयों एवं विचारों का एक होना अनिवार्य
होता है उसी प्रकार धर्मविधियों, ईश वचन के पाठ और श्रवण तथा कल्याणकारी एवं उदार कार्यों
द्वारा प्रस्फुटित विश्वास की अनुभूति पाने के लिये हृदयों का एकता के सूत्र में बँधना
नितान्त आवश्यक है।" बैठक के दूसरे सत्र में फादर विजय कुमार ने स्थानीय कलीसियाओं
के लिये कलीसिया की धर्मशिक्षा के महत्व को प्रकाशित किया। काथलिक कलीसिया द्वारा
घोषित "विश्वास वर्ष" का शुभारम्भ, 11 अक्टूबर को, द्वितीय वाटिकन महासभा की 50 वीं वर्षगाँठ
तथा कलीसिया की धर्मशिक्षा के प्रकाशन की 20 वीं वर्षगाँठ पर होगा। 24 नवम्बर सन् 2013
को, विश्वमण्डल के राजा येसु ख्रीस्त के महापर्व के दिन, विश्वास वर्ष सम्पन्न होगा।