लोरेटो में संत पापा पूरी कलीसिया को ईश्वर को सौंपेंगे
रोम, अक्तूबर, 2012 (वीआर, अँग्रेज़ी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें का 4 अक्तूबर को लोरेटो
जाकर ईश्वर की माता मरिया की मध्यस्थता से पूरी कलीसिया को ईश्वर के चरणों में सौंप देंगे।
यह इसलिये महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इसी माह नये सुसमाचारप्रचार के लिये धर्माध्यक्षों
की महासभा आयोजन किया गया है। और इसी समय पूरी कलीसिया के विश्वास के वर्ष का उद्धाटन
किया जायेगा।
वाटिकन प्रवक्ता ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने वाटिकन टेलेविज़न
के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘ऑक्तावा दियेस’ में संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें की लोरेटो यात्रा
के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किये।
मालूम हो कि संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें
4 अक्तूबर को संत पापा जोन तेइसवें की प्रसिद्ध लोरेटो तीर्थयात्रा के पचासवें वर्षगाँठ
पर लोरेटो जा रहे हैं।
संत पापा जोन तेइसवें ने द्वितीय वाटिकन महासभा के समारोही
उद्धाटन के एक सप्ताह पूर्ण लोरेटो की तीर्थयात्रा की थी।
फादर फेदेरिको लोमबारदी
ने कहा कि ऐसा नहीं है कि संत पापा लोरेटो की पहली यात्रा कर रहे हैं। कार्डिनल रूप में
उन्होंने सात बार और संत पापा रूप में एक बार लोरेटो की यात्रायें की हैं।
ख्रीस्तीयों
के लिये लोरेटो का पवित्र घर माता मरिया और पवित्र परिवार का एक छोटा-सा निवास स्थान
है। यह हमें पवित्र दूत द्वारा येसु के जन्म संदेश और येसु के देहधारण के रहस्य की याद
दिलाती है।
वाटिकन प्रवक्ता ने कहा कि सच पूछा जाये तो यह स्थान सुसमाचार प्रचार
के मिशन को पूरा करने के लिये आत्म नवीनीकरण के लिये आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक रूप से
अति महत्वपूर्ण और पावन स्थल है।
फादर ने कहा कि अगर हम इतिहास के पन्नों को
देखें तो हम पायेंगे कि द्वितीय वाटिकन महासभा का आरंभ माता मरिया के निष्कलंक गर्भगमन
और समापन माता मरिया के दिव्य मातृत्व के महोत्सव के दिन ही हुआ था।
द्वितीय वाटिकन
महासभा की एक विशेष दस्तावेज़ ‘लूमेन जेनसियुम’ के अंतिम अध्याय को माता मरिया को समर्पित
किया गया है। यह लोगों को माता मरिया की मध्यस्थता से प्रार्थना करने की प्रेरणा देती
तथा आशा और ढाढ़स प्रदान करती है।
जेस्विट फादर लोमबारदी ने कहा कि हम भी संत
पापा बेनेदिक्त और संत पापा जोन तेईसवें के साथ अपनी यात्रा आरंभ करें।
हम नम्रतापूर्वक
येसु के जन्म के संदेश और उनके देहधारण के रहस्य के आनन्द को पुनः रसास्वादन करें ताकि
हम भी माता मरिया के साथ सिनॉद और विश्वास वर्ष की कृपायें प्राप्त कर सकें।