2012-09-29 15:34:58

मार्क्सवाद का प्रभाव समाप्त, विश्व धर्म के लिये लालायित


धरमसाला, 29 सितंबर, 2012 (एशियान्यूज़) दलाई लामान ने कहा है कि मार्क्सवादी आर्थिक प्रणाली के विचार मात्र 200 साल पुराने हैं और अब उसके प्रभाव समाप्त हो रहे हैं, जबकि बौद्ध और अन्य धर्मों के विचार हज़ारों वर्ष पुराने होने के बावजूद दुनिया को प्रभावित करते हैं।

दलाई लामा ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने वियेतनाम के अधिकारियों को संबोधित किया।

उन्होंने कहा, "ये बात सत्य है कि मार्क्स ने जिस तरह की दुनिया की कल्पना की थी वह महत्वपूर्ण है जिन्हें दूसरों को बताया जा सकता है लेकिन जिस तरह से मार्क्सवादी सत्ता मानव जीवन और विचारों को नियंत्रित करते हैं वह अस्वीकार्य है।"
विदित हो दलाई लामा ने जिन अधिकारियों को संबोधित किया वे वियेतनाम के उदारवादी अर्थशास्त्री और प्रबंधक थे।
तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने वियेतनाम के 102 प्रतिनिधियों से धर्मसाला में मुलाकात की और तिब्बत में बौद्ध भिक्षुओं के आत्मदाह करने पर चिन्ता व्यक्त की।
धरमसाला में चल रही यह बैठक चार दिनों तक जारी रहेगी।
दलाई लामा ने कहा, "बाहरी ताकत और परिस्थितियाँ कई बार धर्म को सीमित करन का प्रयास करती हैं। फिर भी हमें इनसे भयभीत नहीं होना है पर इस बात की ज़रूरत है कि हम खुले मन और सकारात्मक तरीके से जीना सीखें। जैसा कि साम्यवादी इस बात को बतलाते हैं कि हमें धन को बाँटना चाहिये, अच्छा है पर इसे कभी लागू नहीं किया गया है।"
मालूम हो कि दलाई लामा के संदेश को तिब्बत की सभी समाचार पत्रों ने विस्तारपूर्वक छापा और इस बात पर बल दिया कि चीन और वियेतनाम की साम्यवादी पार्टियों में घनिष्ठतायें हैं।









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