अम्मान, जॉर्डनः सिरियाई बच्चे यातनाओं के शिकार, "सेव द चिल्ड्रन" रिपोर्ट
अम्मान, जॉर्डन, 25 सितम्बर सन् 2012 (एपी): ब्रिटेन स्थित बच्चों की सुरक्षा को समर्पित
"सेव द चिलड्रन" कल्याणकारी संस्था ने मंगलवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित कर इस बात के प्रति
ध्यान आकर्षित कराया है कि विगत 18 माहों से सिरिया में जारी गृहयुद्ध में हज़ारों बच्चों
की जानें गई हैं तथा हज़ारों बच्चे भयंकर यातनाओं के शिकार बनाये गये हैं। 18 सिरियाई
शरणार्थी बच्चों से मुलाकात के बाद "सेव द चिलड्रन" संस्था ने अपनी रिपोर्ट संकलित की
थी। रिपोर्ट में यह नहीं कहा गया कि बच्चों को यातनाएँ किसने दीं किन्तु बताया गया
कि नकाबपोश बन्दूकचियों द्वारा स्कूलों से बच्चों का अपहरण कर उन्हें क़ैद रखा गया तथा
नाना प्रकार उत्पीड़ित किया गया। उत्पीड़न में जलती सिगरेट से दाग़ा जाना, बिजली के झटके
दिये जाना, हाथ पैर बाँधकर लटकाया जाना तथा कई दिनों तक भूखा रखा जाना शामिल है। कुछेक
बच्चों के अनुसार उन्हें ऐसे कमरे में रखा गया था जहाँ कई दिनों से लाशें सड़ रही थीं।
14 वर्षीय हसन ने बताया कि उसके सामने एक छः वर्षीय बच्चे को भूखा रखा गया। तीन दिन बाद
बच्चे की मौत हो गई। हसन के अनुसार बच्चे का पिता एक स्कूल का प्रिंसिपल है तथा उसके
उत्पीड़क चाहते थे कि वह सिरियाई सरकार को समर्थन दे। "सेव द चिलड्रन" की रिपोर्ट
में कहा गया कि माता पिता को दण्डित करने के लिये सरकारी बलों द्वारा बच्चों का अपहरण
किया जा रहा है, उन्हें यातनाएं दी जा रहीं है तथा उनकी हत्या की जा रही है। बच्चों
के विरुद्ध दुर्व्यवहार को दण्डित करने का आह्वान कर रिपोर्ट में कहा गया, "बच्चों के
विरुद्ध किये गये हर कुकृत्य की रिपोर्ट की जानी चाहिये ताकि संघर्ष में संलग्न प्रत्येक
दल तक स्पष्ट सन्देश पहुँच सके कि बच्चों के विरुद्ध क्रूरता को कदापि सहन नहीं किया
जायेगा। अपने सुझावों में "सेव द चिल्ड्रन" ने संयुक्त राष्ट्र संघ का आह्वान किया
कि अतिक्रमणों पर लिखित प्रमाण उपलब्ध करने के लिये वह सिरिया में अपनी उपस्थिति को मज़बूत
करे।