बेरूत 17 सितम्बर 2012 (सेदोक) लेबनान में संत पापा की तीन दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के
समापन पर 16 सितम्बर को बेरूत स्थित रफीक हरीरी अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडे में विदाई समारोह
का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लेबनान के राष्ट्रपति मिकेल स्लेईमान ने संत पापा
को लेबनान के प्रति उनके प्रेम तथा देश में स्थायित्व और सहअस्तित्व के प्रयासों को दिये
गये उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि शांति के बिना प्रगति नहीं हो
सकती है और न्याय के बिना शांति नहीं हो सकती है जब अनेक अरब देशों में मानवीय प्रतिष्ठा
खतरे में है। उथलपुथल और हिंसा के बावजूद लोकतंत्र, स्वतंत्रता और शांति की आशा है। उन्होंने
स्वीकार किया कि संत पापा लेबनान के लिए एक बहुत बडी जिम्मेदारी छोड़ रहे हैं तथा उनका
संकल्प है वे यथासंभव काम करेंगे कि लेबनान संवाद और खुलेपन वाला देश तथा सत्य, जीवन
और परस्पर सम्मान का साक्षी बना रहे। संत पापा ने लेबनान से प्रस्थान करने के पूर्व
हवाई अडडे में आयोजित विदाई समारोह में देश के राष्ट्रपति, राजनेताओं और धार्मिक अधिकारियों
तथा नागरिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उन्हें खेद है कि इस देश से प्रस्थान कर रहे
हैं। उन्होंने संदर्भ देते हुए कहा कि पूर्वी देशों का मसाला जो भोजन के स्वाद को बढाता
है। उन्होंने कहा कि नागरिकों द्वारा प्रदर्शित विशेष सत्कार और स्नेह ने मध्य पूर्व
के देशों द्वारा अतिथियों को पारम्परिक रूप से दिये जानेवाले सम्मान और अतिथि सत्कार
में वृद्धि की है कि वे पुनः लौटना चाहेंगे। लेबनान के सब निवासियों को उनके हार्दिक
स्वागत और उत्साह के लिए धन्यवाद देते हुए संत पापा ने मुसलमान समुदायों को विशेष उल्लेख
किया। उनकी उपस्थिति ने विभिन्न समारोहों में और उनकी प्रेरितिक यात्रा की सफलता के लिए
योगदान दिया। उथल पुथलवाले इन दिनों में अरब जगत और वस्तुतः सम्पूर्ण विश्व ने देखा कि
शांति का समारोह मनाने में ईसाई और मुसलमान संयुक्त हैं। संत पापा ने लेबनान और
सम्पूर्ण मध्य पूर्व क्षेत्र के देशों से आग्रह किया कि वे साहसपूर्वक उन सबका सामना
करें जो शांति को कम करते या नष्ट कर सकते है तथा विभिन्न धार्मिक परम्पराओं की विविधता
को अनुमति प्रदान करें तथा उन आह्वानों को नहीं सुनें जो इसे रोकना चाहती हैं। उन्होंने
कहा कि वे लोगों के साथ सम्पन्न सब साक्षात्कारों, उत्सवपूर्ण मुलाकातों और धार्मिक समारोहों
के लिए धन्यवाद देते हैं। वे प्रसन्न थे कि सब लोग, वे चाहे किसी भी मूल, वंश जातीय समूह
या धार्मिक मान्यताओं को माननेवाले थे, सबने सबके साथ सबके लिए प्रार्थना अर्पित किया।
अंत में संत पापा ने कहा कि ईश्वर लेबनान और सब लेबनानवासियों को आशीष दें और आनन्द,
शांति तथा अपनी ज्योति से भर दें। ईश्वर सम्पूर्ण मध्य पूर्व क्षेत्र को आशीष दें। संत
पापा ने लेबनान की राजधानी बेरूत स्थित रफीक हरीरी अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडे में आयोजित
विदाई समारोह के अंत में सबसे विदा लेकर इटली के लिए प्रस्थान किया। उनका विमान लेबनान,
साइप्रस, यूनान और इटली के हवाई क्षेत्रों से उडान भरता हुआ रोम पहुँचा। संत पापा ने
हवाई यात्रा के दौरान लेबनान के राष्ट्रपति मिकेल स्लेईमान, साइप्रस के राष्ट्रपति देमेत्रिस
क्रिस्तोफियास, यूनान के राष्ट्रपति कारालोस पाऊपिलियास तथा इटली के राष्ट्रपति जोर्जियो
नापोलितानो को वायुयान से तारसंदेश भेजकर उन्हें शुभकामनाएं देते हुए देश के निवासियों
के लिए सुख और समृद्धि की कामना की। संत पापा रविवार 16 सितम्बर की संध्या रोम लौट आये।