बैरूतः बेनेडिक्ट 16 वें ने किया धर्मों के बीच शांति और पुनर्मिलन का आह्वान
बैरूत, 15 सितम्बर सन् 2012 (सेदोक): लेबनान की राजधानी बैरूत से, सन्त पापा बेनेडिक्ट
16 वें ने, शुक्रवार को, विभिन्न धर्मों के बीच शांति और पुनर्मिलन का आह्वान किया। शुक्रवार
को काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें लेबनान की तीन दिवसीय प्रेरितिक
यात्रा के लिये रोम से रवाना हुए। बैरूत में अपने आगमन पर सन्त पापा ने कहा, "मैं शांति
के तीर्थयात्री रूप में लेबनान आया हूँ। ईश्वर के मित्र एवं मानव के मित्र के सदृश।" धार्मिक
रूढ़िवाद, अतिवाद एवं धर्मान्धता की कड़ी निन्दा करते हुए सन्त पापा ने कहा कि ये नकारात्मक
तत्व धर्म को झुठलाते हैं। इटली से बाहर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की यह 24 वीं
तथा मध्यपूर्व में चौथी प्रेरितिक यात्रा है। लेबनान में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें
की पहली यात्रा है। बैरूत के ऱफ़ीक हरीरी हवाई अड्डे पर सन्त पापा का स्वागत लेबनान
के राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, संसद अध्यक्ष तथा प्रशासन एवं कलीसिया के वरिष्ठ अधिकारियों
ने किया। लेबनान की ओर से काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा बेनेडिक्ट 16
वें के आदर में लेबनान के राष्ट्रपति मिखेल सुलेमान ने अभिवादन पत्र पढ़ा। उन्होंने कहा,
"लेबनान की विविधता, बहुलता तथा अन्तरसक्रिय सहअस्तित्व ही लेबनान का कोष है तथा हमारी
आशा है कि सन्त पापा के देश में आगमन से यह कोष सम्पूर्ण विश्व के समक्ष सहअस्तित्व
का आदर्श सिद्ध होगा जहाँ ख्रीस्तीय, मुसलमान तथा समस्त अन्य धर्मों के लोग एक साथ मिलकर
रह सकेंगे।" उन्होंने कहा कि लेबनान की जनता के लिये सन्त पापा की यात्रा आशा और विश्वास
से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि लोगों की आशा है कि ख़तरों एवं कठिनाइयों के बावजूद
अरब जगत में सन्त पापा की उपस्थिति ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों को एकसाथ मिलकर जीने की
प्रेरणा प्रदान करेगी ताकि सबके लिये स्वतंत्रता, न्याय एवं समानता पर आधारित शांतिपूर्ण
एवं स्थायी समाज का निर्माण सम्भव हो सके।