बगदाद के महाधर्माध्यक्ष का कहना लेबनान में संत पापा, मध्य पूर्व के लिए आशा का चिह्न
बगदाद इराक 14 सितम्बर 2012 (एशिया न्यूज) इराक के बगदाद में लातिनी रीति के महाधर्माध्यक्ष
मान्यवर ज्यां बेनजामिन स्लेईमान ने कहा कि संत पापा की मध्य पूर्व की यात्रा हम सबके
लिए बहुत मजबूत आध्यात्मिक अनुभव है। यह हमारी आशावादिता की भावना के स्तर को ऊपर उठा
रही है तथा उनकी उपस्थिति हम सबके लिए वरदान होगा।
महाधर्माध्यक्ष स्लेईमान ने
बेरूत प्रस्थान करने से पूर्व बगदाद हवाईअडडे में टेलिफोन पर एशिया न्यूज से बातचीत करते
हुए कहा उनकी आशा है कि जटिल विश्व के राजनीतिक विवाद संत पापा की यात्रा के महत्व को
कम नहीं करेंगे। संत पापा सामुदायिकता और कलीसियाओं के साक्ष्य का संदेश ले कर आ रहे
हैं जो वाटिकन में अक्तूबर 2010 में सम्पन्न धर्मसभा के विचार विमर्श के फलस्वरूप सामने
आया है। उनकी आशा है कि संत पापा इस संदेश को सबको देंगे और सबलोग इसे सुनेंगे। यदि हम
इसे लागू करेंगे तो सामुदायिकता की भावना बढेगी जिसके फलस्वरूप एकता और विश्वसनीयता का
प्रसार होगा।
बगदाद के लातिनी रीति के महाधर्माध्यक्ष ने कहा ईसाई समुदायो में
आशा को पुर्नजीवित करने का साधन एकता और विश्वसनीयता हैं। इस्लाम-ईसाई अंतरधार्मिक प्रयासों
के बारे में उन्होंने कहा कि मुसलमानों के साथ संबंध को वाटिकन में गंभीरता से लिया जाता
है। धर्मसभा ने इन संबंधों पर बहुत जोर दिया तथा निश्चित रूप से प्रेरितिक उदबोधन में
इस पर कहा जायेगा।
इराकी चर्च के बारे में उन्होंने कहा कि जब एक इराकी परिवार
जिसका मूल पहली सदी से है लेकिन अब अपने देश के साथ कोई संबंध या जुड़ाव नहीं देखता है
तो यह बहुत बुरी बात है। अनेक लोग पलायन इसलिए नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे अत्याचार सह
रहे या ख़तरे में हैं लेकिन लोग भयभीत हैं और भविष्य के लिए आशा नहीं देखते हैं।
महाधर्माध्यक्ष
ने कहा कि हमें लोगों को विश्वास से भरा संदेश देना है। यदि कलीसिया प्रेरितिक उदबोधन
को लागू करेगी तो बहुत फल उत्पन्न होगा। इराक में एकता और सौहार्द के लिए खाल्दीयाई कलीसिया
और अन्य कलीसियाएं, दोनों महत्वपूर्ण हैं।