संत पापा ने हजारीबाग के धर्माध्यक्ष चार्ल्स सोरेंग का त्यागपत्र स्वीकारा, फादर आनन्द
जोजो नये धर्माध्यक्ष नियुक्त
वाटिकन सिटी 8 सितम्बर 2012 (सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने भारत के झारखंड राज्य
में स्थित हजारीबाग धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष चार्ल्स सोरेंग ये.स. का त्यागपत्र कलीसियाई
विधान 401 की धारा 1 के तहत 8 सितम्बर को स्वीकार कर उनके स्थान में सिमडेगा धर्मप्रांत
के पुरोहित फादर आनन्द जोजो को हजारीबाग का नया धर्माध्यक्ष नियुक्त किया है। इस समय
फादर आनन्द जोजो सिमडेगा धर्मप्रांत के सुसमाचार प्रचार और विश्वास प्रशिक्षण विभाग के
निदेशक हैं। फादर आनन्द जोजो का जन्म 17 मई 1959 को सिमडेगा धर्मप्रांत के मिंजयुतगढ़ा
कुटुंगिया में हुआ। उन्होंने प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय की पढ़ाई कुटुंगिया पल्ली
के विद्यालय में की। इसके बाद राँची स्थित संत अलोईस माइनर सेमिनरी में 1980 से 82 रहे।
उन्होंने 1982 से 85 की अवधि में राँची स्थित संत जेवियर कालेज से स्नातक तथा संत अल्बर्ट
कालेज में रहकर दर्शनशास्त्र का अध्ययन किया। उन्होंने 1988 से 1992 तक मंगलोर स्थित
संत जोसेफ सेमिनरी में ईशशास्त्र का अध्ययन किया और 24 अप्रैल 1992 को कुटुंगिया पल्ली
में पुरोहित अभिषिक्त किये गये। वे पुरोहिताभिषेक के बाद 1992 से 93 तक विजयगिरी
के सहायक पल्ली पुरोहित रहे फिर 1993 से 97 तक राँची महाधर्मप्रांतीय विश्वास प्रशिक्षण
दल के निदेशक रहे। उन्होंने 1997 से 2001 तक दिल्ली स्थित भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन (सीबीसीआई) कार्यालय में सहायक के रूप में काम किया। फिर सन 2001 से 2005 तक
रोम स्थित परमधर्मपीठीय सलेशियन यूनिवर्सिटी में धर्मशिक्षा में लाइसेंसियेट किया। वे
सन 2005 से लेकर 2007 तक सिमडेगा धर्मप्रांत के विकर जेनरल रहे एवं सन 2005 से लेकर अबतक
सिमडेगा धर्मप्रांत के सुसमाचार प्रचार और विश्वास प्रशिक्षण दल के निदेशक के रूप में
कलीसिया की सेवा करते रहे हैं।
राँची महाधर्मप्रांत के अंतर्गत हजारीबाग धर्मप्रांत
की रचना 1995 में की गयी। इसका क्षेत्रफल 21 213 वर्ग किलोमीटर है। यहाँ की जनसंख्या
53 लाख 47 हजार है जिसमें काथलिकों की संख्या लगभग 35 हजार 875 है। हजारीबाग धर्मप्रांत
में 22 पल्लियाँ हैं। यहाँ कार्यरत 108 पुरोहितों में 28 धर्मप्रांतीय तथा 80 धर्मसमाजी
पुरोहित एवं 103 धर्मबंधु, 412 धर्मबहनें और 38 गुरूकुल छात्र हैं।