सीरिया में शांति के लिए परमधर्मपीठीय राजदूत की पुकार
वाटिकन रेडियो 24 अगस्त 2012 सीरिया से संयुक्त राष्ट्रसंघीय शांति सैनिकों को हटाये
जाने को देखते हुए सीरिया में वाटिकन के राजदूत महाधर्माध्यक्ष मारियो जेनारी ने संघर्षरत
दोनों पक्षों के कृत्यों पर खेद व्यक्त करते हुए देश में शांति स्थापित करने का आह्वान
किया है। उन्होंने कहा कि इस समय हमें चाहिए कि संघर्ष में शामिल सब पक्ष गंभीर रूप से
अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी कानूनों का सम्मान करें, दोनों पक्षों के कृत्यों के कारण यह
अप्रभावी हो गया है। महाधर्माध्यक्ष जेनारी ने कहा कि लोकतंत्र समर्थक अरब जासमीन
क्रांति के क्रम में सीरिया में जारी 17 माह के संघर्ष के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि अभी
ऐसी छवि बन गयी है कि सब कुछ नियंत्रण से बाहर हो गया है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय
समुदाय चाहे तो मदद करे और उसे सहायता करनी चाहिए तथापि शांति का पथ पाना बहुत कठिन हो
गया है। सीरियावासियों को ही अन्ततः निर्णय करना होगा कि हथियारों को छोड़ें और समझौता
करने की पहल करें। इसमें त्याग और बलिदान जुड़ा है। यह आवश्यक है कि हम सब धार्मिक और
जातीय समूहों को प्रोत्साहित करें कि वे मिलकर शांति का मार्ग खोजें।