कार्डिनल ग्रेशियस का कहना कार्डिनल शान कलीसिया के प्रसन्न और समर्पित सेवक थे
मुम्बई 23 अगस्त 2012 (एशिया न्यूज) मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष और एशियाई धर्माध्यक्षीय
सम्मेलनों के संघों (एफएबीसी) के महासचिव कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेशियस ने स्वर्गीय कार्डिनल
पौल शान का स्मरण करते हुए कहा कि वे ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने हर्ष और समर्पण के साथ
कलीसिया की सेवा की। वे ऐसे मार्गदर्शक थे जो लोगों में आत्मविश्वास पैदा करते थे। उन्होंने
चीन में कलीसियाओं के मध्य मेलमिलाप के मिशन के लिए हमेशा काम किया तथा ईशवचन का प्रसार
किया यहाँ तक कि सन 2006 में कैंसर बीमारी के खिलाफ संघर्ष आरम्भ होने के बावजूद वे अपने
मिशन काम में लगे रहे।
कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेशियस ने कहा कि वे कार्डिनल शान
के निधन पर हार्दिक संवेदना प्रकट करते हुए अपनी प्रार्थना अर्पित करते हैं। एफएबीसी
दिवंगत कार्डिनल महोदय के लिए प्रार्थना अर्पित करती है ताकि ईश्वर उन्हें अनन्त शांति
प्रदान करें जिन्होंने बहुत उदारतापूर्वक कलीसिया की सेवा की तथा सुसमाचार प्रसार के
मिशन के लिए पूर्ण समर्पित रहे। चीन की कलीसिया के लिए उनका समर्पण प्रशंसनीय था। उन्होंने
खुशी और समर्पण के भाव में कलीसिया की सेवा की तथा उन्हें ऐसे नेता के रूप में देखा जाता
था जो लोगों में विश्वास का भावना भर देते थे। वे कलीसिया के मन को जानते थे और कुशल
प्रशासक थे। अनेक अवसरों पर उनके साथ मुलाकात हुई थी और चीन तथा ताईवान में चर्चों के
मध्य संबंध के सुधार के लिए उनका उत्साह उल्लेखनीय था। वे एफएबीसी के मामलों में सक्रिय
रूप से जुड़े थे तथा विभिन्न मुद्दों पर अपना योगदान दिया था।
कार्डिनल ग्रेशियस
ने कहा कि कार्डिनल पौल शान के निधन से एशिया की कलीसिया को महान क्षति हुई है। अब हमारे
लिए स्वर्ग में एक शक्तिशाली मध्यस्थ हैं।