2012-08-18 13:06:20

बौद्ध भिक्षुओं ने ईसाई पास्टर पर हमला किया


कोलोम्बो, 18 अगस्त, 2012 (एशियान्यूज़) श्रीलंका के मतारा जिल में देनिवावा में 9 अगस्त को करीब 40 बौद्ध भिक्षुओं ने असेम्बली ऑफ गॉड चर्च के पास्टर और उनकी पत्नी पर घात हमला किया और उन पर ख्रीस्तीय धर्म के प्रचार का आरोप लगाया।

‘नैशनल क्रिश्चियन एवानजेलिकल अलायन्स’ के अनुसार हमलावरों ने पास्टर और उनकी पत्नी को रोका और उनके साथ बुरा व्यवहार किया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमलावरों का नेतृत्व थुसिता रणवका ने किया जो राष्ट्रपति माहिन्द्रा राजेपक्षा के साले है। वे एक स्थानीय भवन निर्माण कंपनी का मालिक भी है। उन्होंने बतलाया कि हमला करने वालों में पाँच बौद्ध भिक्षु थे और एक स्थानीय सरकारी अधिकारी।

‘एशियान्यूज़’ के अनुसार कुछ अतिवादी बौद्ध भिक्षु प्रोटेस्टंट दल के ईसाइयों को अपने क्षेत्र में देखना बिल्कुल पसंद नहीं करते हैं और उन्हें अपने क्षेत्र से भगाने के लिये दल-बल का भी प्रयोग करते हैं।

मालूम हो, कि बौद्ध धर्मी बहुल क्षेत्र देनिवावा क्षेत्र में करीब 500 प्रोटेस्टंट ईसाई निवास करते हैं।

एक अन्य घटना में बौद्ध धर्मियों ने एक मेथोडिस्ट महिला पर आक्रमण किया और उसे उस क्षेत्र से भागने पर मजबूर कर दिया।

मालूम हो, कि दक्षिण श्री लंका में कट्टर बौद्ध धर्मियों ने ईसाइयों के विरुद्ध एक अभियान छेड़ रखा है जिसके तहत वे उन्हें अपने क्षेत्र से भगाना चाहते हैं।

उनके अनुसार ईसाइयों की उपस्थिति स्थानीय धार्मिक परंपराओं के लिये एक खतरा है।

विदित हो कि सन् 2008 ईस्वी के जून महीने में करीब 7 हज़ार लोगों ने सड़क में मार्च किया और असेम्बली ऑफ गॉड के ईसाइयों का भगाने का आह्वान किया था।

उनके अनुसार इन ईसाइयों की उपस्थिति बौद्ध धर्म की एकता के लिये खतनाक है।
श्रीलंका की सत्तारूढ़ दो प्रमुख पार्टियाँ जतिका हेला उरुमवा पार्टी और जनता विमुक्त पेरमुना ईसाई विरोधी अभियान का समाधान करती हैं।

20 अप्रैल को करीब 2000 अतिवादी बौद्धों ने दमबुल्ला में मुसलमानों के साथ भी ऐसा ही बुरा सलुक किया था और सरकार से माँग की थी उनक मस्जिदों को ढह देने का आग्रह किया था।












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