नई दिल्लीः राष्ट्रपति ने काथलिक कलीसिया के योगदान की प्रशंसा की
नई दिल्ली, 15 अगस्त, सन् 2012 (ऊका): भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने, शिक्षा एवं
स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत के लोगों को प्रदत्त, भारतीय काथलिक कलीसिया के योगदान
की भूरि भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत के लोगों और, विशेष रूप से, गाँवों
में यह योगदान महान रहा है जिसके लिये काथलिक कलीसिया गहन सम्मान का पात्र है। नवनिर्वाचित
राष्ट्रपति मुखर्जी ने यह बात सोमवार को नई दिल्ली में उस समय कही जब भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेशियस के नेतृत्व में काथलिक कलीसिया के शिष्ठमडल
ने उनसे मुलाकात की। शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारतीय काथलिक कलीसिया
की सेवाओं का स्मरण कर श्री मुखर्जी ने कहा, "आरम्भ ही से ख्रीस्तीय धर्म की जड़ें भारत
में मज़बूत रहीं हैं।" मुलाकात के अवसर पर कार्डिनल ग्रेशियस ने मैत्री एवं शांति
के क्षेत्र में कलीसिया की चिन्ताओं से राष्ट्रपति महोदय को अवगत कराया। उन्होंने कहा,
"विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच मैत्री एवं शांति की स्थिति पर कलीसिया को चिन्ता है।"
उन्होंने राष्ट्रपति को आश्वासन दिया कि जिस प्रकार से काथलिक कलीसिया देश में शांति,
मैत्री एवं समृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिये कार्य करती रही है वैसे ही वह भविष्य
में भी अपने प्रयास जारी रखेगी।