अबुजा नाईजीरिया 10 अगस्त 2012 (सीएनए) नाईजीरिया के केन्द्रीय क्षेत्र में 6 अगस्त
को एक चर्च में प्रार्थना के लिए जमा हुए ईसाईयों पर हमले किये गये थे जिसमें 25 ईसाई
मारे गये थे। क्रिश्चियन एसोसियेशन ओफ नाईजिरिया के एक नेता तुंडे इसहाकु ने किश्चियन
साइंस मोनिटर से कहा कि विश्व में कोई भी धर्म नहीं है जो प्रार्थनालय में निर्दोष लोगों
की हत्या को स्वीकार करे। अब हमें गंभीर होना होगा तथा अपने और हमारे अनुयायियों के जीवन
की रक्षा करने के लिए जरूरी कदम उठायें। 6 अगस्त को हुई घटना के बारे में बताया गया
कि डीपर लाईफ चर्च में प्रवेश कर बंदूकधारियों ने प्रवेश द्वारा को बंद कर दिया तथा बत्ती
बुझाकर अंधाधुंध गोली चलाकर 15 महिलाओं और 10 पुरूषों की हत्या कर दी। उक्त वारदात की
जिम्मेदारी किसी समूह ने नहीं ली है लेकिन चरमपंथी इस्लामिक समूह बोको हरम ने अतीत में
इसी प्रकार के हमलों को अंजाम दिया है तथा देश के राष्ट्रपति से इस्लाम धर्म अपनाने या
परिणाम भुगतने को कहा है। जोश के महाधर्माध्यक्ष इग्नासियुस ए काईगामा ने जुलाई
माह में वाटिकन रेडियो को दिये गये साक्षात्कार में इस्लामिक चरमपंथी समूह के कृत्यों
की निन्दा करते हुए इन हमलों को गैर- इस्लामी कहा था। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट करना
महत्वपूर्ण है कि मुसलमान और ईसाई शांतिमय सहअस्तित्व में जीवन यापन कर सकते हैं तथा
बहुधा ऐसा जीवन जीते हैं। उन्होंने ईसाईयों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय
समुदाय से भी हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण समाधान की
जिम्मेदारी को सिर्फ देश के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है।