नई दिल्ली 9 अगस्त 2012 (ऊकान) सबके लिए समान न्याय के मुदेदे पर काम कर रहे संगठन नेशनल
कोअरडिनेशन कमिटी फोर दलित क्रिश्चियन्स ने दलित ईसाईयों और मुसलमानों को आरक्षण दिये
जाने से वंचित किये जाने के विरोध में शुक्रवार 10 अगस्त को काला दिवस मनाने का आह्वान
किया है। नई दिल्ली के सेक्रेड हार्ट कैथीड्रल चर्च से आरम्भ होनेवाली विरोध प्रदर्शन
रैली का नेतृत्व दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट कोंचेसाव और प्रोटेस्टंट चर्च ओफ नोर्थ
इंडिया के महासचिव अलवन मसीह करेंगे। यह 1 अगस्त को आयोजित विरोध प्रदर्शन का फालो अप
है जिसमें तीन हजार ईसाईयों और मुसलमानों ने भाग लिया था ताकि सरकारी नौकरियों और शिक्षण
संस्थानों में दलित ईसाईयों और मुसलमानों को आरक्षण का लाभ दिलाने के लिए सरकार पर दबाव
बनाया जा सके। इस संबंध में एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस
अध्यक्ष सोनिया गाँधी को स्मारपत्र सौंपे गये हैं। भारतीय संविधान के अनुसार शिक्षण
संस्थानों और सरकारी नौकरियों में दलित समुदायों के लोगों को आरक्षण का लाभ दिया जाता
रहा है ताकि वे सामाजिक और आर्थिक रूप से आगे बढें, लेकिन ईसाई और मुसलमानों को इस आधार
पर इन लाभों से वंचित किया गया है कि उनके धर्मों में जातिवाद नहीं है। पिछले छह दशक
से ईसाई और मुसलमान समूह दलितों बंधुओं के लिए संवैधानिक सुविधाएं दिये जाने की माँग
करते रहे हैं।