पीडितों के प्रति प्रेम ईश्वर की दिव्य उदारता का प्रतिबिम्ब है
वाटिकन सिटी 3 अगस्त 2012 (सेदोक) वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने ने संत
पापा की ओर से जापान के माऊंट हियेई में 3 और 4 अगस्त को सम्पन्न हो रहे 25 वें इंटर
रेलिजियस गैदरिंग ओफ प्रेयर फोर वर्ल्ड पीस के प्रतिभागियों को तारसंदेश प्रेषित किया
है। तेंदाई बौद्ध सम्प्रदाय के सर्वोच्च बौद्ध भिक्षु वंदनीय कोजुन हांडा को सम्बोधित
संदेश में संत पापा ने कहा कि वे अपने पूर्वाधिकारी धन्य संत पापा जोन पौल द्वितीय द्वारा
प्रसारित असीसी में सन 1986 में सम्पन्न ऐतिहासिक अंतर धार्मिक सम्मेलन की भावना में
माऊंट हियेई में सम्पन हो रहे गैदरिंग में भाग ले रहे धार्मिक नेताओं को शुभकामनाएँ देते
हैं। उन्होंने कहा कि शांति के लिए धार्मिक नेताओं का समर्पण बहुत अधिक महत्व का है।
उन्हें खुशी है कि विभिन्न धर्मावलम्बियों के मध्य असरकारी वार्ता को बढावा देने के लिए
यह वार्षिक समारोह बन गया है।
संत पापा ने कहा कि उन्हें दृढ़ विश्वास है कि
इस शिखर बैठक के काम और प्राकृतिक आपदाओं के प्रति धार्मिक नेताओं के प्रत्युत्तर पर
अध्ययन करनेवाली गोष्ठी से सह्दयता तथा परस्पर सहायता को बढावा मिलेगा। ईसाई परिप्रेक्ष्य
के अनुसार पीडितों के प्रति प्रेम ईश्वर की दिव्य उदारता का प्रतिबिम्ब है जिन्होंने
संसार को इतना प्रेम किया कि अपने एकलौते पुत्र को भेज दिया। इस भाव में उनके विचार पिछले
साल उत्तर पूर्व जापान में भूकम्प और सुनामी से प्रभावित हुए लोगों तथा सम्पूर्ण राष्ट्र
पर हुए विनाशक परिणाम की ओर जाते हैं।
धार्मिक नेताओं ने पीडितों को सांत्वना,
परामर्श, आशा और सहायता देने के लिए प्रभावी भूमिका निभायी। उक्त त्रासदीपूर्ण घटनाओं
ने यह भी दिखाया कि कैसे विभिन्न धर्मों के लोग मानव कल्याण के लिए एक दूसरे के साथ
सहयोग करते हैं।