करांची पाकिस्तान 3 अगस्त 2012 (सीडब्लयूएन) पाकिस्तान के कराँची में एक सिविल अस्पताल
में कार्यरत 9 ईसाई नर्सों के जहर खुरानी प्रकरण में नर्सों का कहना है कि जहरीला पदार्थ
का प्रभाव कुछ सेकेंडों में ही होने लगा। उन्होंने कहा कि 29 जुलाई को शहर के सिविल अस्पताल
में डयूटी को दौरान चाय पीते समय उन्हें जहरीला पदार्थ दे दिया गया था। कुछ को संदेह
है कि वे उन कुछेक मुसलमानों की नाराजगी का शिकार बनीं जो देखते थे कि चाय पीना रमजान
के समय उपवास का उल्लंघन है।
अस्पताल की चीफ नर्सिंग सुपरीन्टेंडेन्ट नसरीम
गिल ने कहा कि उन्होंने सोमवार को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराया है तथा जाँच के परिणाम
का इंतजार कर रही हैं कि जहरखुरानी की घटना क्या जानबूझकर की गयी थी।
आल क्रिश्चियन
पाकिस्तानी लीग ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर जाँच की माँग की है। काथलिक पीस एंड जस्टिस
कमीशन के फादर थोमस गुलफाम ने मंगलवार को अस्पताल का दौरा कर उन नर्सों को देखा जिनका
इलाज चल रहा है।
करांची के महाधर्माध्यक्ष जोसेफ कूटस ने काथलिक एडवोकसी संगठन,
नेशनल कमीशन फोर जस्टिस एंड पीस से कहा है कि करांची में ईसाई प्रशिक्षु नर्सों को 29
जुलाई को जहर दिये जाने के प्रकरण की जाँच करे।
उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे
धार्मिक या अपराधिक मंतव्य था या यह केवल दुर्घटना मात्र थी सच्चाई जो भी हो यह निश्चित
रूप से गहन चिंता का विषय है। हमारी आशा है कि यथाशीघ्र इस पूरे प्रकरण की सच्ची और स्पष्ट
तस्वीर सामने आये।