बैंगलोर, 31 जुलाई सन् 2012 (ऊका समाचर): बैंगलोर में, सोमवार को, एक सड़क दुर्घटना में
एक काथलिक धर्मबहन की मौत हो गई तथा दो अन्य घायल हो गईं। तीनों धर्मबहनें बेथनी
धर्मसंघ की धर्मबहनें थीं जो बैंगलोर के सेन्ट जॉन्स मेडिकल कॉलेज से, एक ऑटो रिक्शे
में अपने कॉन्वेन्ट लौट रही थी। मैंगलोर में बेथनी सिस्टर्स की धर्मसंघ अध्यक्षा
सि. मॉली के अनुसार ऑटो रिक्शा रास्ते में उलट गया तथा दूसरी ओर से आनेवाली कार से टकरा
गया जिसमें 78 वर्षीया सि. लोयोला सेर्राओ की मृत्यु हो गई। सि. चेल्सा तथा सि. लूविल्ला
गम्भीर रूप से घायल हो गई हैं। सि. सेर्राओ का जन्म मैंगलोर के निकटवर्ती किन्नीगोली
में हुआ था। उन्होंने रोम में ईश शास्त्र, प्रेरितिक देखभाल तथा आध्यात्मिक नवीनीकरण
प्रशिक्षण लिया था तथा उत्तरी कर्नाटक, नागालैण्ड एवं जर्मनी में बेथनी मिशन केन्द्रों
की स्थापना में अहं भूमिका निभाई थी। एक अध्यापिका एवं नर्स की हैसियत से, सि.
सेर्राओ ने मैंगलोर, बैंगलोर, धारवाड़, गादक, मैसूर, उत्तर-पूर्व भारत के कोहिमा तथा
रोम एवं जर्मनी में भी सेवाएँ अर्पित की थीं। सन् 1921 में मैंगलोर में बेथनी धर्मबहनों
के धर्मसंघ की स्थापना की गई थी। इस समय धर्मसंघ के, भारत में 157 तथा विदेशों में 13
कॉनवेन्ट एवं स्कूल संचालित किये जा रहे हैं।