नेपाल के राष्ट्रपति ने निजी स्कूलों पर हमले की निन्दा की
काठमाण्डु, 30 जुलाई, 2012 (एशियान्यूज़) नेपाल के राष्ट्रपति राम बारन यादन और संयुक्त
राष्ट्र संघ के यनिसेफ और यूनिस्को के उच्चाधिकारियों ने हाल में काठमाण्डु के निजी
स्कूल में हुए हमलों की निन्दा की है।
राष्ट्रपति ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा
है कि स्कूलों को ‘शांति क्षेत्र’ रूप में और बच्चों के लिये हिंसा मुक्त शिक्षा के अधिकारों
की रक्षा हर हाल में की जानी चाहिये।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति
यादव ने निजी स्कूलों पर हमले की कड़ी निन्दा करते हुए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को
निर्देश दिये हैं कि स्कूलों और बच्चों के भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
विदित
हो कि हाल में राष्ट्रवादी पार्टी के कुछ युवाओं ने विदेशियों द्वारा संचालित विद्यालयों
पर आक्रमण कर तोड़-फोड़ किये और स्कूल में आग लगायी थी।
राष्ट्रपति के साथ ‘यूएन’
अधिकारियों ने भी स्कूलों पर हुए आक्रमण की कड़ी निन्दा की और कहा कि ऐसे कृत्य बच्चों
की शिक्षा के अधिकार का हनन है।
विदित हो, नेपाल में साक्षरता दर 53 प्रतिशत
है और निजी स्कूल ही देश की शिक्षा के आधार है जो नेपाल की आधी जनता को शिक्षित करने
में लगे हुए हैं।
मालूम हो कि देश में छोटे-बड़े प्राइमरी स्कूल, सेकेन्डरी स्कूल
तथा कॉलेज आदि 33 काथलिक शिक्षण संस्थान हैं जो लोगों के लिये शिक्षा सुविधायें उपलब्ध
कराते हैं।