गुवाहाटीः असम की हिंसा में 21 की मौत, सरकार ने दिया गोली मारने का आदेश
गुवाहाटी, 24 जुलाई सन् 2012 (ऊका समाचार): असम के कोकराझार ज़िले में बोडो आदिवासियों
एवं मुसलमान आप्रवासियों के बीच बढ़ती हिंसा में, 21 व्यक्तियों की मौत के बाद, असम प्रशासन
ने दंगाइयों को देखते ही, गोली मारने का आदेश दे दिया है। दो मुस्लिम छात्र नेताओं
पर हमले के बाद असम के बोडोलैंड इलाके के कोकराझार और चिरांग जिलों में भड़की हिंसा ने
आसपास के जिलों को भी चपेट में ले लिया है जिससे 500 गाँव प्रभावित हुए हैं। कोकराझार
में अनिश्चितकाल के लिए और चिरांग व धुबरी में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है। लगभग
36,000 लोग बेघर हो गये हैं तथा कई हज़ार शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं। कोकराझार
में मुस्लिम समुदाय के दो छात्र नेताओं पर अज्ञात लोगों ने गोली चलाई थी। जवाबी हमले
में शुक्रवार को बोडो लिबरेशन टाइगर्स संगठन के चार पूर्व सदस्य मारे गए। इसके बाद भड़की
हिंसा में, कोकराझार के 12 तथा चिरांग के पांच लोग मारे जा चुके हैं। कोकराझार और
चिरांग में पुलिस की सहायता के लिए सेना बुला ली गई है जो कानून व्यवस्था बहाल करने में
सहायता दे रही है। गुवाहाटी से जानेवाली कामरूप एक्सप्रेस, बैंगलोर एक्सप्रेस तथा
नोर्थ इस्ट एक्सप्रेस को न्यू बोंगायगाँव रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया। गुस्साए लोगों
ने नई दिल्ली-गुवाहाटी एक्सप्रेस को भी निशाना बनाया। सोमवार को, गुवाहाटी से नई दिल्ली
जानेवाली राजधानी एक्सप्रेस को कोकराझार और गोसाइगांव के बीच स्थानीय लोगों ने रोक लिया
था। उनका आरोप था कि जब वे राहत शिविरों में थे तब उनके घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया
गया। हिंसा निचले असम के धूब्री ज़िले में भी फैल गई है जहाँ रात का कर्फ्यू लगा दिया
गया है। राज्य के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने स्थिति का जायज़ा लेने के उपरान्त
हिंसा को रोकने के लिये अतिरिक्त बल लगाने का आदेश दे दिया है।