सीरियाई महाधर्माध्यक्ष नस्सार ने हिंसा पर चिंता व्यक्त की
दमिश्क सीरिया 19 जुलाई 2012 सीएनए सीरिया में दमिश्क के मारोनाईट रीति के महाधर्माध्यक्ष
समीर नस्सार ने सीरिया में सरकार और विद्रोही बलों के मध्य हो रहे हिंसक संघर्ष के खिलाफ
अपने विचार व्यक्त करते हुए शरणार्थियों की तकलीफों की ओर सबका ध्यान विशेष रूप से आकृष्ट
किया। उन्होंने कहा कि हिंसा की इस अवधि में हमारी पुकार दब जा रही है तथा परिस्थितियों
की जटिलता किसी भी कूटनैतिक समाधान को बाधित कर रही है। देश में दुःख और हिंसा बढ़ती
जा रही है और इसका अंत दिखाई नहीं दे रहा है। महाधर्माध्यक्ष का वक्तव्य 18 जुलाई
को हुए उच्च स्तरीय बैठक पर हुए हमले के ठीक पहले आया जिसमें राष्ट्रपति असद के दामाद
और रक्षा मंत्री सहित तीन सरकारी अधिकारियों की मौत हो गयी। महाधर्माध्यक्ष नासार
ने कहा कि सतत हिंसा के शिकार निर्दोष नागरिक हो रहे हैं। दमिश्क की सड़कों पर लोगों
को भागते हुए देखा जा सकता है जो शरणार्थी हैं वे आश्रय पाने के लिए भटक रहे हैं। लोककल्याणकारी
संरचनाओं की कमी, प्रतिबंध और सीमित संसाधनों के कारण आकस्मिक स्थिति का सामना करने के
लिए लोगों को मदद नहीं मिल रही है तथा चिंता बढा रही है। उन्होंने फिरौती पाने के लिए
अपहरण करने की निन्दा करते हुए कहा कि बेरोजगारी और असुरक्षा की भावना के कारण यह बढ़
रहा है। यह घृणित अभ्यास सामाजिक जीवन को पंगु बना रहा है। बच्चों को धर्मशिक्षा नहीं
मिल पाने तथा मेषपालीय कार्यों में युवाओं की सहभागिता नहीं होने ने लोगों का विश्वास
कमजोर हो रहा है। अनेक ईसाई परिवार आतंकित हैं। सीरिया में राष्ट्रपति असद के खिलाफ मार्च
2011 में आरम्भ हुए सशस्त्र विद्रोह में अबतक 10 हजार से अधिक लोगों के प्राण जा चुके
हैं।