रोम, 14 जुलाई, 2012 (ज़ेनित) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें रविवार 15 जुलाई को कास्तेली
रोमानी के सबसे धनी आबादी वाले नगरपालिका फ्रस्काती में यूखरिस्तीय बलिदान चढ़ाएँगे।
कार्यक्रम के अनुसार संत पापा फ्रस्काती के महागिरजाघर के प्राँगण में यूखरिस्तीय
बलिदान के बाद संत पापा अपने ग्रीष्मावकालीन आवास कास्तेल गंदोल्फो लौट आयेंगे और वहाँ
पारंपरिक देवदूत प्रार्थना की अगवाई करेंगे।
ज्ञात हो कि 32 वर्ष पूर्व सन् 1980
में संत पापा धन्य जोन पौल द्वितीय ने फ्रस्काती में मिस्सा अनुष्ठान किया था।
ज़ेनित
समाचार को दिये अपने साक्षात्कार में फ्रास्काती के धर्माध्यक्ष रफाएलो मरतीनेल्ली ने
कहा कि संत पापा के फ्रस्काती दौरे से, लोगों को आने वाले विश्वास वर्ष को उत्साह और
समर्पण के साथ जीने की प्रेरणा मिलेगी।
धर्माध्यक्ष ने कहा कि संत पापा अपने ऐतिहासिक
दौरे में फ्रस्काती के लोगों को इस बात का प्रोत्साहन देंगे कि उनके परिवारों में विशेष
कर तुसकोलाने परिवार में ईश्वरीय बुलाहट आये और अधिक संख्या में युवा एक पुरोहित रूप
में धर्मप्रांत को अपनी सेवायें दें।
धर्माध्यक्ष मरतीनेल्ली ने अपने साक्षात्कार
में उस बात की याद की जब 23 साल पूर्व संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें तब कार्डिनल रतसिंगर
के साथ एक साथ मिलकर कार्य किया था। तब कार्डिनल रतसिंगर विश्वास के धर्मसिद्धांत के
लिये बनी परिषद के अध्यक्ष थे और स्वयं धर्माध्यक्ष धर्मशिक्षा और काथलिक कलीसिया के
लिये बनी आयोग के अध्यक्ष थे।
धर्माध्यक्ष ने संत पापा की सराहना करते हुए कहा
कि कार्डिनल रूप में संत पापा समस्याओं का समाधान पूरी सूक्ष्मता और बुद्धिमत्ता से करते
और लोगों के विचारों का सदा सम्मान करते थे।
उन्होंने कहा कि कार्डिनल रतसिंगर
की एक बड़ी विशेषता यह थी कि वे कलीसिया के हित के लिये येसु के रहस्य और सिद्धांतों
के प्रति वफ़ादार रहकर सभी बातों का संश्लेषण करते और तब निर्णय तक पहुँचते थे।