जेस्विटों के प्रोक्यूरेटरों की महासभा पहली बार यूरोप से बाहर
नैरोबी, 7 जुलाई, 2012 (एजेन्सिया फीदेस) केन्या के नैरोबी जेस्विट प्रोक्यूरेटरों की
70वीं महासभा 7 से 15 जुलाई तक आयोजित की गयी है। इस महत्वपूर्ण बैठक में दुनिया
भर के येसु समाजी प्रतिनिधि समाज की विभिन्न चुनौतियों पर विचार विमर्श करेंगे। इसमें
अफ्रीका महादेश की चुनौतियाँ प्रमुख हैं। जेस्विट प्रोक्यूरेटर्स इस बात पर विचार करेंगे
कि एक और जेस्विट जेनेरल कोन्ग्रेगेशन बुलाये जाने की ज़रूरत है अथवा नहीं। विदित
हो, येसु समाजी या जेस्विट धर्मसमाज के इतिहास में यह पहला अवसर है जब उनकी महासभा का
आयोजन यूरोप महादेश के बाहर सम्पन्न होगा। फीदेस समाचार सूत्र के अनुसार येसु समाज
के सर्वोच्च अधिकारी फादर जेनरल तो जेनेरल कोन्ग्रेगेशन सम्पन्न होने के बाद ‘कोन्ग्रेगेशन
ऑफ प्रोक्यूरेटर्स’ की सभा प्रत्येक चार साल में बुलाते हैं। ‘कोंग्रेगेशन ऑफ प्रोक्यूरेटर्स’
के प्रतिनिधि ‘प्रोक्सीस’ कहे जाते हैं जिन्हें दुनिया भर के विभिन्न जेस्विट प्रांतों
से चुने जाते हैं। ज्ञात हो, कि ‘कोंग्रेगेशन ऑफ प्रोक्यूरेटर्स’ की सभा का कोई
वैधानिक शक्ति नहीं है पर इसके प्रतिनिधि एक महत्वूपूर्ण निर्णय करते हैं कि क्या येसु
समाज को एक और जेनेरल काँग्रेगेशन या महासभा की ज़रूरत है। केन्या के नैरोबी में जेस्विट
प्रोक्यूरेटरों की महासभा होगी उसमें 84 प्रतिनिधि होंगे जिनमें 7 अफ्रीका से, 14 लतिन
अमेरिका, 18 दक्षिण एशिया, 7 एशिया पसिफिक, 29 यूरोप और 9 अमेरिका से होंगे। फादर
जेनरल सहित येसु समाज के 13 अन्य उच्चाधिकारी भी इस सभा में हिस्सा लेंगे।