दलित ईसाईयों को आरक्षण का लाभ दिलाने के लिए ईसाईयों का विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली 6 जुलाई (ऊकान) नेशनल कौंसिल ओफ दलित क्रिश्चियन्स (एनसीडीसी) के तत्वाधान
में अनुसूचित जाति के ईसाईयों के संवैधानिक अधिकारों की माँग के समर्थन में पहली अगस्त
को नई दिल्ली में संसद की ओर विरोध प्रदर्शन रैली तथा रामलीला मैदान में धरना बैठक का
आयोजन किया जायेगा। इस रैली और धरना को भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन और नेशनल
कौंसिल ओफ चर्चेज का भी समर्थन मिलेगा। एनसीडीसी के राष्ट्रीय संयोजक फ्रैंकलिन चेस्सार
ने कहा कि हम दिल्ली के जंतर मंतर में धरना पर बैठेंगे तथा संसद की ओर विरोध रैली का
आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के ईसाईयों के खिलाफ सरकार द्वारा 6 दशकों
से किये जा रहे भेदभाव के विरोध में कलीसियाई संगठनों और विभिन्न राजनैतिक समूहों के
नेताओं का समर्थन मिलेगा। दलित ईसाईयों की माँगों में शामिल है 1950 में पारित आदेश
को समाप्त करना जिसके द्वारा शिक्षा और सरकारी नौकरियों में अन्य धर्मों को माननेवाले
अनुसूचित जाति के लोगों को आरक्षण मिला है लेकिन अनुसूचित जाति के ईसाईयों और मुसलमानों
को वंचित किया गया है। एक अन्य प्रमुख माँग है रंगनाथ मिश्रा आयोग की रिपोर्ट की अनुसंशाओं
को लागू कराना जिसमें अनूसुचित जाति स्टेटस को धर्म से अलग करने की बात कही गयी थी।
नेशनल कौंसिल ओफ दलित क्रिश्चियन्स के अनुसार अनेक राजनीतिक दलों और सांसदों के साथ
इन मुददों पर विचार विमर्श किया गया है ताकि वे संसद में इन मुददों को मजबूती से उठायें।