महाधर्माध्यक्ष मेनाम्परमबिल द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर लिखित पुस्तक का लोकार्पण
गुवाहाटी असम 5 जुलाई 2012 (ऊकान) गुवाहाटी के सेवानिवृत्त महाधर्माध्यक्ष थोमस मेनाम्परम्बिल
द्वारा इकोलोजी और एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन अर्थात पारिस्थितिकी और पर्यावरण संरक्षण पर
लिखित पुस्तक का लोकार्पण प्रेरित संत थोमस के पर्व दिवस पर 3 जुलाई को गुवाहाटी में
किया गया।
सोनापुर कोलेज के प्राचार्य देवव्रत खानीकोर ने पुस्तक का लोकार्पण
करते हुए कहा कि हर सृष्टि दर्द से कराह रही है यह स्थिति पर्यावरण संरक्षण के बारे में
कुछ बुनियादी सवाल उठाती है तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए हमारे सामने प्रस्तुत सवालों
का विश्लेषण कराती है। मुख्य अतिथि महोदय ने कहा कि यह पुस्तक पाठक को आध्यात्मिक रूप
से भी प्रेरणा प्रदान करती है। उन्होंने पर्यावरण के मुद्दे पर नैतिकता और मूल्यों सहित
उठाये गये समग्र अभिगम की सराहना की।
असम ट्रिब्यून के कार्यकारी सम्पादक पी
जे बरूआ ने कहा कि यह पुस्तक पाठकों के व्यापक वर्गों को आकर्षित करेगी।
महाधर्माध्यक्ष
मेनाम्परम्बिल ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए पर्यावरण सुरक्षा
सुनिश्चित करने के लिए लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाने के महत्व को रेखांकित किया।
वे नेवर ग्रो टायरड, ए सेन्स ओफ रेसपोंसिबिलिटी तथा थिंकिंग रीड शीर्षक से पुस्तकें लिख
चुके हैं।