2012-06-30 15:51:06

पालियुम या अम्बरिका एकता का प्रतीक


वाटिकन सिटी, 30 जून, 2012(वीआर, अंग्रेज़ी) वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदेरिको लोमबारदी ने कहा कि रोम में संत पेत्रुस और पौल के महोत्सव का विशेष अर्थ है और इस दिन यूखरिस्तीय बलिदान संत पेत्रुस महागिरजाघर में उनकी कब्र के ऊपर बनी वेदी पर चढ़ायी जाती है।

फादर लोम्बारदी ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने वाटिकन टेलेविज़न के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘ऑक्तावा दियेस’ में पेत्रुस और पौल के पर्वोत्सव में महाधर्माध्यक्षों को दिये जानेवाले पालियुम या अम्बरिका ग्रहण समारोह पर अपने चिन्तन प्रस्तुत किये।

उन्होंने कहा, पूजन विधि की परंपराओं के प्रति विश्वस्त रहने से एकात्मकता की भावना लगातार सुदृढ़ होती है। उन्होंने बताया कि 29 जून को हुए अम्बरिका ग्रहण समारोह में लंदन के वेस्टमिन्सटर मठ के विश्व प्रसिद्ध अंगलिकन गायकों का रोम के सिस्टीन चैपल के गायक दल के साथ गाना इसी एकता का चिह्न है।

उन्होंने बतलाया कि कोन्स्तनतिनोपल के ऑर्थोडॉक्स एक्युमिनकल पैट्रियार्क के प्रतिनिधियों का रोम आना दो पुरानी परंपराओं की एकता का नवीनीकरण है।

विदित हो कि कोन्सतनतिनोपल को प्रेरित संत पीटर के भाई प्रेरित संत अंद्रेयस का विशेष सीट या आसन माना जाता है। इसलिये यह पूर्व और पश्चिम की एकता का चिह्न है।

फादर लोमबारदी ने कहा कि इस प्रकार की घटनायें इस बात का दिखाती है कि पूर्ण एकात्मकता की इच्छा और आशा कभी भी समाप्त नहीं हुई है।

वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक फादर लोमबारदी ने कहा कि विश्व के सभी महादेशों के काथलिक धर्मप्रांतों से 40 से भी अधिक महाधर्माध्यक्षों का रोम आना और व्यक्तिगत रूप से संत पापा के कर-कमलों अम्बरिका ग्रहण करना प्रेरित संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी के साथ एकता का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि महाधर्माध्यक्ष उस पालियुम को जो संत पेत्रुस की कब्र में रखा था अपने साथ ले जायेंगे और प्रेरित संत पौल के समान येसु के सुसमाचार का प्रचार करेंगे।

संत पेत्रुस अंद्रेयस और पौल की इच्छा है कि येरूसालेम से रोम और पूरी दुनिया में ख्रीस्तीय की एकता बढ़े और बढ़े और विश्वासी सुसमाचार का प्रचार करें और इसके लिये शहीद होने के लिये भी तत्पर रहें।









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