2012-06-30 16:16:29

अम्बिरिका ग्रहण करनेवाले महाधर्माध्यक्षों के लिए संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें का संदेश


वाटिकन सिटी 30 जून 2012 (वीआर वर्ल्ड, सेदोक) संत पेत्रुस और संत पौलुस के महापर्व पर 29 जून को संत पेत्रुस बासिलिका में आयोजित समारोही ख्रीस्तयाग के दौरान अम्बिरिका या पाल्लियुम ग्रहण करनेवाले महाधर्माध्यक्षों तथा उनके साथ रोम आये सगे संबंधियों, मित्रों और तीर्थयात्रियों को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने संत पापा पौल षष्टम सभागार में 30 जून को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि विश्व के विभिन्न भागों से आये महाधर्माध्यक्षों की उपस्थिति दृश्यमान रूप से कलीसिया की सार्वभौमिकता को दर्शाती है। कलीसिया का आह्वान किया जाता है कि वह ख्रीस्त के बारे में बताये तथा सब महाद्वीपों और सब भाषाओं में सुसमाचार की उदघोषणा करे।
संत पापा ने महाधर्माध्यक्षों को इताली, फ्रेंच, अंग्रेजी, जर्मन, स्पानी, पुर्तगाली तथा पोलिस सात भाषाओं में सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि वे सब महाधर्माध्यक्षों का सहर्ष अभिवादन करते हैं जिन्हें उन्होंने कल अम्बिरिका या पाल्लियुम प्रदान किया तथा सब परिजनों, मित्रों और विश्वासियों का स्वागत करते हैं जो महाधर्माध्यक्षों की खुशी में शामिल होने के लिए रोम आये।
संत पापा ने महाधर्माध्यक्षों से आग्रह किया कि रोम प्रवास के इन दिनों में प्राप्त सुसमाचार पर आधारित गहन आध्यात्मिकता और यथार्थ एकता के अनुभवों को वे अपने समुदायों में बतायें।
ज्ञात हो कि इस वर्ष कुल 46 महाधर्माध्यक्षों को पाल्लियुम प्रदान किया गया जिसमें 43 महाधर्माध्यक्षों ने 29 जून को संत पेत्रुस बासिलिका में सम्पन्न समारोही ख्रीस्तयाग में संत पापा के हाथों से पाल्लियुम ग्रहण किया।
पाल्लियुम या अम्बिरिका हाथों से बुनी हुई ऊन की पटटी है जो कन्धों पर डाली जाती तथा वक्ष तक लटकाई जाती है। यह महाधर्माध्यक्षों का सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया तथा कलीसिया के परमाध्यक्ष, संत पापा के साथ उनके प्रेरितिक संबंध को रेखांकित करती है।








All the contents on this site are copyrighted ©.