वाटिकन सिटीः वाटिकन की अधिसूचना के अनुसार दि नोईया की नियुक्ति पुनर्मिलन की इच्छा
को अभिव्यक्त करती है
वाटिकन सिटी, 27 जून सन् 2012 (सेदोक): वाटिकन की विश्वास एवं धर्मसिद्धान्त सम्बन्धी
परमधर्मपीठीय परिषद ने मंगलवार को "एक्लेज़िया देई" परमधर्मपीठीय आयोग के उपाध्यक्ष रूप
में महाधर्माध्यक्ष अगस्टीन दे नोईया की नियुक्ति के विषय में एक अधिसूचना जारी की। विश्वास
एवं धर्मसिद्धान्त सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद की अधिसूचना में कहा गया कि महाधर्माध्यक्ष
दे नोईया की नियुक्ति इस बात को स्पष्टतया दर्शाती है कि सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें,
परमधर्मपीठ के साथ परम्परावादी सन्त पियुस धर्मसमाज की सहभागिता चाहते हैं। "एक्लेज़िया
देई" परमधर्मपीठीय आयोग की स्थापना सन् 1988 में, परम्परावादी महाधर्माध्यक्ष लेफेब्रे
के अनुयायी पुरोहितों, गुरुकुल छात्रों, धर्मसमाजियों एवं धर्मसंघियों को पुनः विश्वव्यापी
काथलिक कलीसिया के साथ एकता के सूत्र में बाँधने के लिये की गई थी। लेफेब्रे के अनुयायी
ही सन्त पियुस दसवें धर्मसमाज के सदस्य हैं जो द्वितीय वाटिकन महासभा द्वारा लाये गये
सुधारों को नहीं मानते हैं। मंगलवार को प्रकाशित परमधर्मपीठीय परिषद की अधिसूचना
में कहा गया कि दोमिनिकन धर्मसमाज के माननीय ईशशास्त्री महाधर्माध्यक्ष दे नाईया ने धर्मसैद्धान्तिक
प्रश्नों का गूढ़ अध्ययन किया है तथा साथ ही द्वितीय वाटिकन महासभा के मूलपाठों की उचित
एवं सही व्याख्या को प्राथमिकता दी है, जो परमधर्मपीठ तथा सन्त पियुस पौरोहित्य समुदाय
के बीच वार्ता का महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है।