वाटिकन सिटी, 25 जून, 2012 ( वी.आर, अंग्रेजी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने शनिवार
23 जून को वाटिकन कूरिया के विभिन्न डिकास्टरी के अध्यक्षों से मुलाक़ात की।
मुलाक़ात
के बारे में जानकारी देते हुए वाटिकन प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदेरिको लोम्बारदी ने कहा
कि हाल में हुए वाटिलीक्स से उत्पन्न समस्या के बारे में संत पापा ने अपने चिन्तन प्रस्तुत
किया और वाटिकन में कलीसिया की प्रशासनिक ज़िम्मेदारियाँ निभानेवालों से अनरवरत वार्ता
की बात दुहरायी।
फादर लोम्बारदी ने बतलाया कि संत पापा ने विभिन्न कार्डिनलों
से और वाटिलीक्स के संबंध में चल रही छानबीन की प्रगति के बारे में जानने की इच्छा व्यक्त
की।
विदित हो कि वाटिलीक्स के तथ्यों की खोजबीन के लिये कार्डिनलों का एक आयोग
बनाया गया है जिसके अध्यक्ष हैं कार्डिनल जूलियन हेर्रान्ज।
वाटिकन प्रवक्ता
ने बतलाया कि संत पापा चाहते हैं कि कूरिया के विभिन्न विभागों के बीच बेहत्तर तालमेल
हो।
फादर लोम्बारदी ने यह भी जानकारी दी कि संत पापा ने शनिवार अपराह्व में कार्डिनल
मंडली के सदस्यों से मुलाक़ात की जिन्होंने संत पापा को विभिन्न मामलों में अपने सलाह
दिये ताकि वाटिकन में सेवारत लोगों के बीच विश्वास और शांति का अपेक्षित वातावरण बन सके
।
वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक ने इस बात की भी जानकारी दी कि संत पापा संत
पीटर और पौल के महोत्सव 29 जून तक अपनी वार्तायें जारी रखेंगे। यह एक ऐसा समय होता है
जब काथलिक कलीसिया के कई नेता रोम में उपस्थित होते हैं और एक साथ मिल कर प्रार्थना करते
दो लोगों के लिये एक विश्वास का बहुत स्पष्ट साक्ष्य है।
विदित हो कि जिन लोगों
ने संत पापा ने मुलाक़ात की उनमे ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जोर्ज
पेल्ल, काँग्रेगेशन ऑफ बीशप्सके अध्यक्ष कार्डिनल मार्क क्वेलेत, अंतरधार्मिक वार्ता
के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल जाँन लुईस तौराँ, रोम के पूर्व विकर
जेनरल सेवानिवृत्त कार्डिनल कमिल्लो रूउनी, और काँग्रेगेशन फॉर द इवानजेलाईजेशन ऑफ पीपल्स
के प्रीफेक्ट कार्डिनल जोसेफ तोमको वहाँ उपस्थित थे।