2012-06-19 11:54:23

येसु का आदान-प्रदान करने से एकता व घनिष्ठता संभव


डबलिन, आयरलैंड,18 जून, 2012 (वीआर, अंग्रेज़ी) फिलीपींस की राजधानी मनीला के महाधर्माध्यक्ष लुईस तागले ने कहा," हम देखते हैं दुनिया में लोग पूरी रफ़्तार से शब्दों का आदान-प्रदान करते हैं फिर भी दुनिया अब विभाजित है।
यह इसीलिये क्योंकि आदान-प्रदान करनेवालों के शब्द येसु का आदान-प्रदान नहीं है।"
मनीला के महाधर्माध्यक्ष लुईस तागले ने उक्त बात उस समय कही जब उन्होंने शनिवार 16 जून को डबलिन में आयोजित 50वें यूखरिस्तीय काँग्रेस को दुनिया में माता मरिया द्वारा एकता (कम्युनियन इन द वर्ल्ड थ्रू मेरी) विषय पर प्रवचन दिया।

महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "जब अर्थशास्त्री अपने लाभ के लिये अर्थव्यवस्था के जोड़-तोड़ को बतलाता हैं तो हम उसे एकता या घनिष्ठता नहीं कहते हम उसे भ्रष्टाचार कहते है।

जब राजनीतिज्ञ लोगों को ऐसा वादा करते जिन्हें वे पूरा नहीं करेंगे उसमे हम एकता या घनिष्ठता नहीं कहते,हम उसे धोखा कहते हैं।

जब शक्तिशाली कमजोरों का नज़रअंदाज़ करते हुए समझौता करते हैं तो हम उसे एकता या घनिष्ठता नहीं कहते, हम उसे अत्याचार कहते हैं।

और जब कुछ मनचले लोग अपने लाभ के लिये महिलाओं और बच्चों के बारे में बात करते हैं तो इसे गुलामी कहा जाता है।

एकता या घनिष्ठता तब संभव होता है जब जीवनदायी शब्द येसु और सार्वजिनक हित हमारे जीवन का केन्द्र बनते हैं। और ईश्वर को यही प्रिय है।"

विदित हो जब सन् 2008 ईस्वी में क्यूबेक में यूखरिस्तीय काँग्रेस का आयोजन हुआ था महाधर्माध्यक्ष लुईस तागले ने लोगों को प्रवचन देते हुए ख़ामोश कर दिया था और डबलिन में उनकी बातों को सुनकर लोग रो पड़े।





















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