रोम इटली 25 मई 2012 सीसी) वाटिकन के लिए अमरीकी दूतावास के सौजन्य से प्रवासी महिलाओं
की स्थिति पर 24 मई को एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया। प्रवासियों और यायावरों की सेवा
के लिए गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल अंतोनियो मारिया वेलियो तथा मुसलमान
समुदायों के लिए अमरीकी गृह मंत्रालय में विशेष प्रतिनिधि फराह पंडित ने 24 मई को सम्पन्न
इस विचार गोष्ठी में भाग लिया। कार्डिनल वेलियो के अनुसार आज के बहुत संघर्ष नागरिक
युद्ध हैं जिसमें होनेवाली 80 फीसदी मौंतें साधारण नागरिकों की होती है। युद्ध या मानवाधिकार
हनन के मामलों के कारण 43 मिलियन लोग अपने घरों से भागने के लिए विवश हुए हैं जिसमें
लगभग 80 फीसदी महिलाएं बच्चे और युवा लोग हैं। विरोधी संस्कृति को समाप्त करने के प्रयासों
में युद्ध को हथियार के रूप में उपयोग किया गया है जिसके फलस्वरूप जातीय नरसंहार तथा
भूमि और क्षेत्र पर नियंत्रण हुआ है। उन्होंने मानव तस्करी के मुददे पर कहा कि रोकथाम
के लिए उपाय के रूप में मानव तस्करी विरोधी कानून, श्रम कानून तथा रोजगार की परिस्थितियों
की निगरानी के उपाय कर उन्हें लागू किया जा रहा है। उपभोक्ताओं पर भी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
है कि वे इस तथ्य के लिए जागरूक हों कि चीजे खरीदते समय देखें या पढें कि किस परिस्थिति
या माहौल में वस्तुओं का उत्पादन किया गया है। ट्रेड लेबल और कार्य व्यवहार के नियमों
के लागू होने से श्रमिकों की स्थिति को भी बेहतर करने के लिए मदद मिलेगी।