संत पापा का संदेश तीन कलीसियाई अभियानों के सदस्यों के लिए
वाटिकन सिटी 19 मई 2012 (सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने संस्कृति संबंधी कलीसियाई
अभियान (MEIC), अंतरराष्ट्रीय स्वैच्छिक सेवा के ईसाई संगठनों के संघ (FOCSIV) तथा क्रिश्चियन
वर्क्स मूवमेंट (MCL) के लगभग 8 हजार सदस्यों एवं कार्यकर्त्ताओं को वाटिकन स्थित संत
पापा पौल षष्टम सभागार में 19 मई को सम्बोधित किया। उन्होंने सहर्ष स्मरण किया कि इस
वर्ष संस्कृति संबंधी अभियान की स्थापना की 80 वीं वर्षगाँठ तथा अंतरराष्ट्रीय स्वैच्छिक
सेवा और क्रिश्चियन वर्क्स मूवमेंट की स्थापना की 40 वीं वर्षगाँठ मनायी जा रही है। इन
तीनों अभियानों को विशेष कर सन 1972 में फेडरेशन ओफ क्रिश्चियन ओरगानाइजेशन्स फोर इंटरनेशनल
वोलन्टरी सर्विस तथा मूवमेंट ओफ क्रिश्चियन वर्क्स को मान्यता प्रदान कर प्रभु सेवक संत
पापा पौल षष्टम ने तथा बाद में संत पापा जोन पौल द्वितीय ने समर्थन और संवेग प्रदान किया।
संत पापा ने कहा कि संस्कृति, स्वैच्छिक सेवा तथा काम ये तीनों क्षेत्र काथलिक लोकधर्मियों
के दैनिक जीवन के अभिन्न अंग हैं जो उन्हें निजी और सार्वजनिक स्तर पर कलीसिया और ख्रीस्त
का सदस्य बनाते हैं। वे इन क्षेत्रों में स्वयं को उपहार के रूप में देते हैं। उन्होंने
कहा कि ईसाई के रूप में उनके काम उदारता और परोपकार से अनुप्राणित हों अर्थात वे मसीह
की आँखों से देखना सीखें एवं निःस्वार्थ भाव से प्रेमपूर्ण कृत्यों के द्वारा दूसरों
की सहायता करें। संत पापा ने कहा कि परिवार पहला स्थान है जहाँ हम स्वतंत्र प्यार
का अनुभव करते हैं, निस्वार्थ भाव से स्वयं को दूसरों के लिए देना सीखते हैं। ईसाई के
रूप में जीवन जीने तथा संस्कृति, स्वैच्छिक सेवा और काम के साथ संबंध बनाना सीखने के
लिए अपरिहार्य शिक्षण है। उन्होंने सब प्रतिभागियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा
कि यह मुलाकात, सुसमाचार के पथ पर चलते रहने की जरूरत, कलीसिया की सामाजिक शिक्षा और
उनके मेषपालों के प्रति निष्ठा की पुष्टि है। संस्कृति संबंधी कलीसियाई अभियान ख्रीस्तीय
मानववाद के प्रसार के लिए नवीकृत संवेग के साथ सेवा करने का आह्वान है जिसमें सत्य की
और यात्रा में तर्क और विश्वास (रीजन एंड फेथ) सहयोगी हैं। संत पापा ने स्वैच्छिक
सेवा से जुड़ें मसीही संगठनों और संस्थानों के लिए कामना की कि ईश्वर से आनेवाले प्रेम
की शक्ति पर आधारित रहकर हर प्रकार की गरीबी और वंचितता के खिलाफ तथा सबसे अधिक वंचित
तबके के लोगों की सेवा के लिए अपने समर्पण को नवीकृत करें। क्रिश्चियन वर्क्स मूवमेंट
काम की दुनिया में आशा और ज्योति लाना जानती है यह और अधिक सामाजिक न्याय लाये तथा युवाओं
की सहायता करे ताकि वे आदर्श और दैनिक जीवन की सच्चाई को संयुक्त करनेवाला रास्ता पा
सकें। अंत में संत पापा ने सब प्रतिभागियों से कहा कि वे सुसमाचार का सहर्ष निजी और सामूहिक
साक्ष्य देना जारी रखें।