वाटिकन सिटी, 19 मई, 2012 (सीएनएस) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने विश्व सम्प्रेषण दिवस
के अवसर पर दिये अपने संदेश में कहा है "मौन अर्थपूर्ण संवाद का एक अहम हिस्सा है।"
उन्होंने
कहा, "कुछ ऐसे वक्त होते हैं जहाँ बोलना उचित होता है नहीं तो हमारा मौन रहना विश्वासघाती
सिद्ध होगा विशेष करके जब हमें अन्याय के विरुद्ध में साक्ष्य देना है।"
संत पापा
ने कहा, "आज ऐसे मौन की ज़रूरत है जो व्यक्ति को दरकिनार न कर दे पर जो एक-दूसरे की ज़रूरतों
के प्रति ज़्यादा संवेदनशील और विचारशील बनाये।"
विदित हो प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी
को सम्प्रेषण माध्यम संरक्षक संत फ्रांसिस डे सेल्स के पर्व के दिन संत पापा विश्व सम्प्रेषण
दिवस के के लिये अपना संदेश देते हैं।
इस वर्ष विश्व सम्प्रेषण दिवस 20 मई रविवार
को स्वर्गारोहण पर्व के दिन मनाया जा रहा है।
विश्व सम्प्रेषण दिवस की विषय
वस्तु है "मौन और शब्द : सुसमाचार का प्रचार।" संत पापा ने लोगों से अपील करते हुए
लोगों से कहा, "यदि ईश्वर हमें हमारी मौत में हमारी बातें सुनते है तो हमें भी चाहिये
कि हम मौन ही ईश्वर से बातें करने सीखें और उनसे बाते करें और उनके बारे में दूसरों को
बतायें।"