नेपाल के काथलिकों द्वारा देश में शांति और न्यायसंगत संविधान के लिए प्रार्थना
काठमाँडू नेपाल 15 मई 2012 (एशिया न्यूज) नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित असम्पशन कैथीड्रल
में काथलिकों ने क्रिश्चियन लाईफ प्रोग्राम (सीएलपी) के तहत देश में शांति स्थापना तथा
न्यायसंगत संविधान के लिए शनिवार 12 मई को प्रार्थना अर्पित किया।
फादर रोबिन
राय ने कहा कि सीएलपी प्रोग्राम जीवन जीने की शैली है जिसकी जरूरत एक व्यक्ति को आजीवन
रहती है। ईश्वर पर आधारित जीवन जीने, मुक्ति पाने तथा समस्याओं का सामना करने के लिए
यह बहुत महत्वपूर्ण है। प्रार्थना दिल में शांति और मुक्ति लाती है।
नेपाल में
नया संविधान 27 मई से लागू होना है लेकिन अनेक समूह संघीयवाद के पक्ष और विपक्ष में अपने
विचार व्यक्त कर रहे हैं। देश के बहुसंख्यक हिन्दुओँ और 60 से भी अधिक जातीय और धार्मिक
अल्पसंख्यकों के मध्य सुरक्षा और अधिकारों को लेकर तनाव बढ रहा है। विभिन्न राजनैतिक
दलों के बीच सरकार के संघीय स्वरूप और राज्यों की संख्या के बारे में उत्पन्न मतभेदों
के कारण लगभग 15 दिनों बाद नये संविधान को लागू करने पर भी अनिश्चितता उत्पन्न हो गयी
है।
काथलिक मीडिया अधिकारी चिरेन्द्र सत्याल ने कहा कि प्रार्थना मसीही जीवन
की कुँजी है और यह कठिन परिस्थितियों में महत्वपूर्ण है। एक व्यक्ति कितना ही व्यस्त
क्यों न हो उसे प्रार्थना के लिए समय निकालना चाहिए क्योंकि यही एकमात्र कारक है जो सफलता
दिलाती है। देश के प्रस्तावित नये संविधान के बारे में उन्होंने कहा कि नया संविधान समय
पर लागू हो तथा धर्मनिरपेक्षता का पालन किया जाये।