15 मई 2012 (वी आर वर्ल्ड) सन 2012 का टेमपल्टन पुरस्कार दलाई लामा को दिया गया। 1.1
मिलियन ब्रिटिश पौंड धनराशि वाला यह पुरस्कार किसी व्यक्ति को दिया जानेवाला सम्मान है
जिसने जीवन के आध्यात्मिक पहलू की पुष्टि करते हुए उल्लेखनीय योगदान दिया है।
तिब्बत
के बौद्ध धर्मानुयायियों के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा को पुरस्कार प्रदान किये जाने
की शनिवार को घोषणा की गयी जिसमें विश्व भर में लोगों के मध्य विश्वास के सेतु बनाने
के उनके काम तथा सहानुभूति की शक्ति पर उनके रिसर्च की सराहना की गयी।
बौद्ध
धर्मानुयायी आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा कि उन्होंने
विभिन्न धार्मिक परम्पराओं के मध्य निकट समझदारी लाने के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित
किया है ताकि हम अपने अतीत के अनुभवों से कामन सेंस अर्थात सामान्य समझदारी का उपयोग
करें। यह उनकी मौलिक धारणा है कि जब भी हम समस्या का सामना करें तो इसे सुलझाने के लिए
अहिंसक तरीका खोजें। हिंसा का प्रयोग करना या बल पर निर्भर रहना समस्या का हल नहीं कर
सकती है।
फ्रांस में तेजे समुदाय के संस्थापक रहे स्व. ब्रदर रोजर, कारिसमाटिक
रिनीवल मूवमेंट के रिसर्च और डिसकोर्स में अग्रणी रहे बेल्जियम में मालिनेस ब्रसेल्स
के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल सुवेनेन्स, इटली में फोकोलारे मूवमेंट की संस्थापिक स्व.
कियारा लुबिक, कोलकाता भारत में अनाथ और बेसहारा लोगों की सेवा में उल्लेखनीय प्रयासों
के लिए मिशनरी औफ चारिटी धर्मसमाज की संस्थापिका स्व. धन्य मदर तेरेसा टेमपेलटन पुरस्कार
से सम्मानित किये जानेवाले विशिष्ट व्यक्तियों में शामिल रहे हैं।