रोम इटली, 14 मई, 2012 (सीएनए) अमेरिकी कार्डिनल रेमंड एल. बुर्के के नेतृत्व में जीवन
समर्थन दल के करीब 7 हज़ार लोगों ने 13 मई रविवार को इटली की राजधानी रोम के ऐतिहासिक
कोलोलियुम से संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण तक एक रैली निकाली।
रैली में
लोगों की सहभागिता से प्रसन्न कार्डिनल ने कहा, "इस तरह की रैलियाँ एक ओर तो अउल्लंघनीय
मानव मर्यादा का साक्ष्य देती, तो दूसरी ओर मानव मर्यादा के प्रति लोगों के अंतःकरण को
जगाती है।"
कार्डिनल ने कहा, " वे इस बात से प्रसन्न हैं कि अंततः जीवन समर्थक
रैली का आयोजन रोम में सम्पन्न हो सका। अमेरिका में तो ऐसी रैलियाँ आये दिन होती रहती
हैं।"
उन्होंने कहा, "उनकी इच्छा है कि इस तरह की रैलियों का आयोजन इटली में
रहता रहे और ये इताली जीवन के अभिन्न अंग बन जायें ताकि मानव जीवन की मर्यादा तथा गरिमा
को पुनःस्थापित किया जा सके।"
विदित हो कि इटली में जीवन समर्थक रैली का
यह दूसरा बड़ा आयोजन था। इसमें विभिन्न देशों के करीब 150 विभिन्न संगठनों के युवाओं
तथा बुजूर्गों ने हिस्मा लिया। इटली में जीवन समर्थक रैली का प्रथम आयोजन सन् 2011 में
उत्तरी इटली के देसेनजानो में किया गया था।
अमेरिकी युवाओं के अलावा रैली में
इटली जर्मनी, फ्रांस, हंगरी, पौलैंड और तिब्बत के बौद्ध धर्मियों ने भी इसमें हिस्सा
लिया।
‘वोलियो विवेरे’ (मैं जीना चाहता हूँ) संगठन के प्रतिनिधि और रैली के सहआयोजक
मोन्तेसन कहा, "मैंने देखा कि युवावर्ग ने जीवन समर्थक रैलियों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा
लेते रहे है और इस रैली में भी प्रतिभागियों की औसत आयु 40 थी।"
उन्होंने कहा,
"रैली के द्वारा युवाओं ने दुनिया को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वे गर्भपात के खिलाफ
हैं।"
‘फमिलिया दोमानी’ (परिवार कल) के नेता प्रोफेसर रोबेरतो दे मत्तेई ने कहा,
"रोम की रैली बहुत ही महत्वपूर्ण थी क्योंकि सन् 1978 ईस्वी में गर्भपात को कानूनी मान्यता
देने के बाद यह जीवन रक्षा के लिये सबसे बड़ी रैली थी।"
विदित हो कि जब से इटली
में गर्भपात को कानूनी घोषित करने संबंधी नियम न. 194 के पारित होने के बाद करीब 5 मिलियन
बच्चों का गर्भपात किया जा चुका है।
आयोजको की आशा है कि जीवन रक्षा के रैलियों
का आयोजन इटली में एक वार्षिक समारोह बन जाये और इसका आयोजन 25 मार्च को हो जिस दिन येसु
के गर्भागमन का त्योहार मनाया जाता है।