पाकिस्तान में महिलाओं और बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा सुविधाएं अपर्याप्त
इस्लामाबाद पाकिस्तान 8 मई 2012 (फीदेस) पाकिस्तान में महिलाओं और बच्चों के लिए उपलब्ध
करायी जानेवाली चिकित्सा सेवा तथा स्वास्थ्य सुविधाएँ अपर्याप्त हैं। प्रसव के समय होनेवाली
जटिलताओं की वजह से प्रतिवर्ष लगभग 25 से 30 हजार महिलाओं की मृत्यु हो जाती है। जनसंख्या
कार्यों के लिए कार्यरत संयुक्त राष्ट्रसंघीय एजेंसी यूएनएफपीए के अनुसार देश में प्रतिवर्ष
ओबस्टेटरिक फिसटुला के 5 हजार मामले होते हैं। 5 वर्ष की आयु से पहले ही प्रतिवर्ष एक
मिलियन बच्चों की मौत हो जाती है तथा जन्म के एक माह बाद लगभग 16 हजार शिशु मर जाते हैं।
यह परिस्थिति एचआईवी एडस के मामलों के कारण और जटिल तथा चुनौतीपूर्ण हो जाती है। कामिलियन
पुरोहित फादर मुस्ताक अंजुम के अनुसार अधिकाँश पाकिस्तानियों के पास शौचालय संबंधी बुनियादी
सुविधाएं नहीं हैं। महिलाओं और बच्चों की स्थिति तो और अधिक दयनीय है। चिकित्सा सेवाकर्मियों
की कमी से स्वास्थ्य क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित होता है तथा समाज के जरूरतमंद तबके के
लोगों की स्थिति और अधिक चिंताजनक बन जाती है। फादर मुस्ताक ने कहा कि बाइबिल में
वर्णित रक्तस्राव से पीडित महिला के दृष्टान्त से सब धार्मिक परम्पराओं की पाकिस्तान
की महिलाओं को आशा मिलती है जो स्वास्थ्य और मुक्ति की प्यासी हैं। कमजोर स्वास्थ्य स्थिति
तथा निर्धनता का सामना कर रही पाकिस्तानी महिलाओं को सांत्वनादायी संदेश की जरूरत है,
कोई उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करे।