वाटिकन सिटी, 5 मई, 2012 (सीएनए) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने 28 वर्षीय कियारा के
उस निर्णय को सराहा है जिसमें कियारा ने अपने तीसरे बच्चे की जीवन रक्षा के लिये अपने
कैंसर की बीमारी की कीमोथेरापी स्थगित की। कियारा (28)और उनके पति एनरिको (33) ने
संत पापा से बुधवार 2 मई को मुलाक़ात की जिसमें उन्होंने अपने विवाहित जीवन की चुनौतियों
के बारे में बतलाया। संत पापा पारिवारिक जीवन के संघर्षों के बारे में जानकर द्रवित हुए।
सीएनए समाचार के अनुसार कियारा और एनरिको की दो संतानों की मौत हो चुकी है। पहली
संतान मरिया की मृत्यु जन्म के आधे घंटे के बाद ही हो गयी थी और डेविड विकलांग पैदा हुआ
था और कुछ घंटों में ही उसकी भी मौत हो गयी। दम्पति ने संत पापा को यह भी जानकारी
दी कि दोनों बच्चों ख़राब हालत होने की पूर्व जानकारी के बावजूद उन्होंने उनका गर्भपात
नहीं कराया वाटिकन दैनिक ‘लोसेर्भातोरे रोमानो’ के अनुसार इस ख्रीस्तीय दम्पति ने
संत पापा से मुलाक़ात से अपार सांत्वना मिली। उन्होंने संत पापा को बतलाया कि उन्हें
ईश्वर की दया पर पूरा भरोसा है और वे धन्य जोन पौल द्वितीय के जीवन से प्रेरणा पाकर
सुसमाचार के अनुसार जीवन व्यतीत करते हैं। पीड़ित दम्पति की कहानी सुनने के बाद संत
पापा ने उनका स्पर्श किया और अपनी प्रार्थना का आश्वासन दिया। कियारा और इनरिको को
एक तीसरा पुत्र रत्न प्राप्त हुआ है - जिसका नाम फ्रांचेस्को रखा गया है। समाचार के अनुसार
कियारा का कैंसर बहुत बढ़ गया है जो उसके जीवन के लिये घातक है। कियारा अपने पति
से कहती है "जब वह इस दुनिया से चली जायेंगी तो वे स्वर्ग में मरिया और डेविड की देखभाल
करेंगी और आप फ्रांचेस्को का लालन-पालन करना।" कियारा और इनरिको ने बतलाया कि बचपन
से ही वे संत पापा जोन पौल द्वितीय से बहुत प्रभावित थे। वे अपने घर में प्रत्येक वृहस्पतिवार
को ‘तोतुस तुउस’ अर्थात् ‘सब कुछ आपके लिये’ और रोजरी की प्रार्थना करते हैं।