रोम 3 मई 2012 (सेदोक, वीआर वर्ल्ड) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रोम के मोन्ते मारियो
क्षेत्र में स्थित अगोस्टीनो जेम्मेल्ली अस्पताल में दवा और सर्जरी विभाग की स्थापना
की 50 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अस्पताल की भेंट कीँ। पवित्र ह्दय को समर्पित यह
काथलिक चिकित्सा विश्वविद्यालय, कलीसिया का आधिकारिक अस्पताल और विश्वविद्यालय है जहाँ
जैव नैतिकता केन्द्र अवस्थित है। यह केन्द्र लोगों को चिकित्सीय जैव नैतिकता में प्रशिक्षित
करता है। इसके द्वारा प्रशिक्षित सदस्य मरीजों और चिकित्सकों को बीमारी की इलाज के समय
अनुपालन किये जानेवाली प्रक्रिया के बारे में परामर्श देते हैं। चिकित्सीय प्रक्रिया
को देखने तथा बहुधा कठिन निर्णयों का सामना कर रहे मरीजों से बातचीत करने सहित विभिन्न
व्यापक मामलों के लिए जैव नैतिक शास्त्रियों को प्रशिक्षित किया जाता है। जैव नैकिता
प्रोग्राम के डाक्टरेट उम्मीदवार जोसेफ मेने ने कहा कि निजी सम्पर्क का व्यापक दायरा
है। मरीजों के साथ मुलाकात होती है, यदा कदा मरीज मानसिक रूप से अक्षम या यहाँ तक कि
चेतनाविहीन होते हैं ऐसे पल में परिवार के सदस्यों तथा मरीज की सेवा में संलग्न चिकित्साकर्मियों
के साथ मुलाकात होती है। एक अच्छे जैव नैतिकताशास्त्री के लिए महत्वपूर्ण है कि वह विज्ञान
की कुछ शाखाओं को जाने कि किस प्रकार की चिकित्सा प्रक्रियाएं हैं तथा इनका क्या असर
होता है एवं उन लोगों के सम्पर्क में आकर परामर्श सेवा प्रदान करे जो गंभीर परिस्थिति
में पीडित हैं। International Coordination at Human Life International के निदेशक
जोसेफ मेने ने कहा कि गर्भ में पल रहे अजन्मे शिशुओं के इलाज के क्षेत्र में जेमेल्ली
अस्पताल में अग्रणी काम किया जा रहा है।