सन्त योसफ, मरियम के पति तथा बालक येसु के पालक पिता
थे। पेशे से वे बढ़ई थे। बाईबिल आचार्यों के अनुसार योसफ का जन्म बेथलेहेम नगर में 90
ईसा पूर्व हुआ था तथा निधन नाज़रेथ नगर में 20 जुलाई सन् 18 ई. में हो गया था। पश्चिमी
गोलार्द्ध के देशों में मरियम के पति एवं बालक येसु के पालक पिता सन्त योसफ का पर्व 19
मार्च को तथा श्रमिकों के संरक्षक सन्त योसफ का पर्व 01 मई को मनाया जाता है।
काथलिक
कलीसिया में सन्त योसफ अजन्में शिशुओं के रक्षक हैं। वे पिताओं, आप्रवासियों एवं श्रमिकों
संरक्षक सन्त भी हैं। साथ ही आशंकाओं एवं गतिरोध अथवा हिचक, सुखद मृत्यु आदि के लिये
भी सन्त योसफ से प्रार्थना की जाती है।
सन्त योसफ की भक्ति काथलिक कलीसिया सहित
पूर्वी ऑरथोडोक्स, एंगलिकन तथा लूथरन ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों द्वारा की जाती है। श्रमिकों
एवं पिताओं के संरक्षक सन्त होने के साथ साथ, सन् 1870 ई. में, सन्त पापा पियुस नवम्
ने सन्त योसफ को काथलिक कलीसिया के सरंक्षक सन्त भी घोषित किया है। सन् 1950 के दशक से
विश्व के कई क्षेत्रों में जोसफशास्त्र पर धर्मतत्व वैज्ञानिक अध्ययन में अत्यधिक रुचि
दर्शाई जा रही है।
चिन्तनः सन्त योसफ से प्रार्थना
हे सन्त युसुफ़,
पवित्र घराने के ईमानदार रक्षक, येसु ख्रीस्त की चुनी हुई सन्तानों की रक्षा कीजिए।
हे अति प्रेमी पिता, धर्म की भूलचूकों से और हर बुराई से हम बच जाएँ। हे अति शक्तिमान
रक्षक, शैतान की चढ़ाइयों के समय, स्वर्ग से हमें सहायता दीजिए। जैसे आपने बालक येसु को
मरण के जोखिम से बचाया था, वैसे ही अब ईश्वर की पवित्र कलीसिया को शत्रुओं के फ़ंदों और
हर विपत्ति से बचाइए। हम सबको सुरक्षित रखिए। ऎसा कीजिए कि हम आपकी सहायता द्वारा, आपके
समान पवित्र जीवन के बाद पवित्र मरण और स्वर्ग का अनन्त सुख प्राप्त करें। आमेन।