संयुक्त राष्ट्रसंघीय महासचिव बान की मून पहली भारत यात्रा पर
नई दिल्ली भारत 27 अप्रैल 2012 (ऊकान) संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव बान की मून गुरूवार
को भारत पहुँचे ताकि भारत सरकार के अधिकारियों और बिजनेस लीडर्स के साथ बैठक कर सकें।
उन्होंने अपनी पहली भारत यात्रा के दौरान नई दिल्ली में शुक्रवार को भारत के प्रधानमंत्री
मनमोहन सिंह के साथ मुलाकात की। बीबीसी समाचार सेवा की एक रिपोर्ट के अनुसार दोनों नेताओं
ने शुक्रवार को सम्पन्न बैठक के समय आपसी हित के विभिन्न मुद्दों सहित संयुक्त राष्ट्र
संघ की कई परियोजनाओं पर भी बातचीत की। एक मानवाधिकार समूह ने संयुक्त राष्ट्रसंघीय
महासचिव बान की मून से आग्रह किया है कि सशस्त्र सैन्य बलों को मिले विशेषाधिकार कानून
को वापस लेने के लिए वे भारतीय अधिकारियों पर जोर दें जिसके कारण अलगाववाद प्रभावित क्षेत्रों
में सैन्य सशस्त्र बलों को बहुत अधिक व्यापक अधिकार मिल जाता है। उत्तर में जम्मू और
कश्मीर तथा पूर्व में मणिपुर और नागालैंड के उत्तरपूर्व इलाकों में सैन्य बलों को सशस्त्र
बल विशेष अधिकार कानून के तहत विद्रोही होने के संदिग्ध व्यक्ति को गोली मार देने तथा
बिना वारंट के संदिग्ध चरमपंथियों को गिरफ्तार करने का व्यापक अधिकार प्राप्त है। न्यूयार्क
आधारित ह्यूमन राइटस वाच समूह ने यह आशा व्यक्त की है कि संयुक्त राष्ट्रसंघ के नेता
भारत के मानवाधिकार संबंधी रिकार्ड पर चर्चा करेंगे। उक्त समूह की दक्षिण एशिया निदेशक
मीनाक्षी गांगुली ने एक वक्तव्य में कहा कि मानवाधिकार संबंधी गंभीर घरेलू हनन तथा दैनिक
बल प्रयोग जो लाखों भारतीयों को नियमित रूप से प्रभावित करता तथा देश के विकास को बाधित
करता है इसकी अनदेखी नहीं की जानी चाहिए।