वियतनामः समस्याओं को पार कर वियतनाम के धर्माध्यक्ष सुसमाचार प्रचार पर ध्यान दें
वियतनाम, 14 अप्रैल सन् 2012 (एशियान्यूज़): सिंगापुर तथा वियतनाम में परमधर्मपीठ के
प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोल्दो जिर्रेल्ली ने वियतनाम के काथलिक धर्माध्यक्षों
से आग्रह किया है कि वे आन्तरिक समस्याओं पर अधिक ध्यान न दें बल्कि सुसमाचार प्रचार
में लगें।
वियतनाम के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की वार्षिक सभा को सम्बोधित
कर शुक्रवार को महाधर्माध्यक्ष जिर्रेल्ली ने कहा, "जैसे प्रभु ख्रीस्त मृतकों में से
जी उठे हैं उसी प्रकार वियतनामी कलीसिया को भी जी उठने की आवश्यकता है। हममें से प्रत्येक
का दायित्व है कि हम जीवित ईश्वर को आत्मसात करें, अपने कार्यों में उनकी प्रकाशना करें
तथा उनकी उदघोषणा करें। हमें अपनी आन्तरिक समस्याओं पर केन्द्रित नहीं होना चाहिये अपितु
समाज के भीतर जाकर सुसमाचार का प्रचार करना चाहिये।"
नौ अप्रैल को वियतनामी
धर्माध्यक्षों का वार्षिक सम्मेलन आरम्भ हुआ था जो 13 अप्रैल को महाधर्माध्यक्ष जिर्रेल्ली
के सम्बोधन से समाप्त हुआ। इसमें वियतनाम के 26 धर्माध्यक्षों ने भाग लिया।
वार्षिक
सम्मेलन में धर्माध्यक्षों ने वियतनामी समाज की पृष्ठभूमि में प्रेरितिक कार्यों पर बातचीत
की। इन समस्याओं में उन्होंने, अधिकारियों द्वारा कलीसियाई गतिविधियों पर लगाये प्रतिबन्ध,
आर्थिक संकट, सामाजिक अन्याय, भ्रष्टाचार, भूमि का ग़ैर अधिग्रहण, मादक एवं स्वापक दवाओं
की तस्करी तथा युवा महिलाओं में गर्भपात के प्रचलन को गिनाया।
सम्मेलन के दौरान
वियतनाम के धर्माध्यक्षों ने एशियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ, एफ.ए.बी.सी.,
की 40 वीं जयन्ती पर भी चर्चा की जो पहली बार वियतनाम में मनाई जायेगी।