2012-04-11 13:31:00

बुधवारीय-आमदर्शन समारोह के अवसर पर
संत पापा का संदेश
11 अप्रैल, 2012


वाटिकन सिटी, 11अप्रैल, 2012(सेदोक, वी.आर) बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एकत्रित हज़ारों तीर्थयात्रियों को विभिन्न भाषाओं में सम्बोधित किया।
उन्होंने अंग्रेजी भाषा में कहा - मेरे अति प्रिय भाइयो एवं बहनो, आज हम यहाँ एकत्र हुए हैं ताकि पाप और मृत्यु पर येसु मसीह के विजय होने से प्राप्त पास्का पर्व की आध्यात्मिक खुशी को एक साथ मना सकें।
जब पुनर्जीवित येसु ने ऊपर के कमरे में अपने शिष्यों को दिखाई दिये और अपने मुक्तिदायी घावों को दिखलाया तो चेलों के जीवन में अभूतपूर्व बदलाव आया।
पवित्र आत्मा के वरदानों को देते हुए येसु मसीह ने उन्हें वह शांति प्रदान की जिसे दुनिया नहीं दे सकता।(योहन, 14:27) और उन्होंने शिष्यों को पूरी दुनिया में भेजा ताकि वे शांति के संदेशवाहक बन सकें।
प्रेरितों से ही नये व्यवस्थान की कलीसिया ने सुसमाचार प्रचार के अपने मिशन यात्रा की शुरुआत की ताकि वह येसु के पुनर्जीवित होने के सत्य का साक्ष्य दे जो लोगों के जीवन को बदल दे।
आज प्रभु येसु आनन्द, शांति, जीवन और आशा के साथ हमारे जीवन और घरों में प्रवेश कर रहे हैं। आज हम भी येसु को पहचानें, एम्माउस के उन चेलों के समान, जिन्होंने येसु के दिव्य शब्दों को सुनने और उनके रोटी तोड़ने के समय उनकी उपस्थिति का गहरा आभास किया था।
पास्का काल में आइये हम यह मनसूबा बाँधे कि हम पुनर्जीवित येसु के साहचर्य में जीवन बितायेंगे और पूरे विश्वास के साथ अपने जीवन को उन्हें समर्पित कर देंगे ताकि पुनर्जीवित येसु की शक्ति हमारे जीवन को नया कर दे।


इतना कहकर संत पापा ने अपना संदेश समाप्त किया।
उन्होंने पोन्तिफिकल आइरिश कॉलेज के नव अभिषिक्त डीकनों और उनके परिजनों का स्वागत किया और कि वे अपने जीवन को पूर्ण रूप से येसु सौंप दें और उदारतापूर्वक कलीसिया के निर्माण में अपना योगदान दें। संत पापा ने नाटो डिफेंस कॉलेज के प्रतिनिधियों का भी स्वागत किया और उनके द्वारा शांति प्रयासों की सराहना की।
इसके बाद इंगलैंड, आयरलैंड, स्वीडेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और अमेरिका के तीर्थयात्रियों, उपस्थित लोगों एवं उनके परिवार के सभी सदस्यों पर पुनर्जीवित प्रभु की कृपा तथा शांति की कामना कीं और पास्का पर्व की शुभकामनायें देते हुए उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।






 

 

 













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