भारत में एक अध्ययन में पाया गया कि सन 2010 में कैंसर से 6 लाख मौतें
नई दिल्ली 30 मार्च 2012 (ऊकान) भारत में 800 विशेषज्ञों द्वारा किये गये एक अध्ययन
में पाया गया कि सन 2010 में कैंसर से 6 लाख मरे। लांसेट जरनल में प्रकाशित द न्यू मिलियन
डेथ स्टडी में 800 विशेषज्ञों ने योगदान दिया। उन्होंने शहरी और ग्रामीण इलाकों में लगभग
दस लाख मकानों में घर घर जाकर अध्ययन किया। अध्ययन में पाया गया कि कैंसर से होनेवाली
मौत के 70 फीसदी मामलों में मृतकों की आयु 30 से 69 वर्ष के बीच थी। विश्व स्वास्थ्य
संगठन और एसईएआरओ की उप क्षेत्रीय निदेशक पूनम सिंह ने कहा कि भारत में युवा कैंसर से
अधिक प्रभावित हैं जबकि पाश्चात्य देशों में 70 वर्ष से अधिक आयु के लोग कैंसर से अधिक
प्रभावित हैं। एक कारण संभवतः पाश्चात्य देशों में लोगों की जीवन अवधि अधिक है। भारत
में सामान्यतः पुरूषों में पेट और फेफेड़े के जबकि महिलाओं में ग्रीवा तथा स्तन कैंसर
होते है। जम्मू और काश्मीर में कैंसर की सबसे कम दर जबकि मिजोरम में सबसे अधिक है। विशेषज्ञों
का कहना है कि देश के विभिन्न भागों में कैंसर के मामलों की उक्त विविधता पर तत्काल अध्ययन
करने की जरूरत है। अध्ययन में पाया गया कि कैंसर से होनेवाली पुरूषों की मौत का 40 फीसदी
तम्बाकू सेवन के कारण होती है।