2012-03-27 18:00:13

सांतियागो दे क्यूबा हवाई अडडे में संत पापा का स्वागत संबोधन


सांतियागो दे क्यूबा 27 मार्च 2012 (सेदोक) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने सांतियागो दे क्यूबा स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडे में 26 मार्च को आयोजित स्वागत समारोह के दौरान क्यूबा के राष्ट्रपति राऊल कास्त्रो, कार्डिनलों और धर्माध्यक्षों, प्रशासनिक अधिकारियों, विशिष्ट नागरिकों और समस्त देशवासियों का हार्दिक अभिवादन किया।

उन्होंने कहा कि क्यूबा की सरकार और जनता की ओर से संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए वे राष्ट्रपति महोदय के स्वागत सम्बोधन के लिए धन्यवाद देते हैं।
यहाँ खडे होते हुए वे अपने पूर्वाधिकारी धन्य जोन पौल द्वितीय की ऐतिहासिक क्यूबा यात्रा का स्मरण कराते हैं जिसने क्यूबावासियों की आत्मा में गहन छाप छोडी थी। उनकी इस द्वीप की यात्रा मंद हवा के समान थी जिसने क्यूबा की कलीसिया में नवीन शक्ति का संचार किया था। विश्वास के महत्व के प्रति नवीन जागरूकता जगा कर लोगों को ख्रीस्त के लिए अपने दिल के दरवाजों को खोलने के लिए प्रेरणा प्रदान किया था तथा आशा प्रदान कर बेहतर भविष्य के लिए निर्भयतापूर्वक काम करने की इच्छा को प्रोत्साहन प्रदान किया था। उनकी प्रेरितिक यात्रा का एक फल था कि क्यूबा में राज्य और कलीसिया के मध्य संबंध का एक नया चरण सहयोग और भरोसा की भावना में आरम्भ हुआ यद्यपि कुछ क्षेत्र हैं जहाँ और अधिक प्रगति किये जाने की जरूरत है विशेष रूप से समाज के जीवन में धर्म अपना विशिष्ट योगदान दे सके।

संत पापा ने केहा कि अवर लेडी ओफ चारिटी ओफ एल कोब्रे की पवित्र मूर्ति की खोज की 400 वीं वर्षगाँठ समारोह पर क्यूबावासियों की खुशी में शामिल होते हुए उन्हें प्रसन्नता है। अनेक सदियों से मरियम के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए आनेवाले तीर्थयात्रियों के समान ही उनकी इच्छा है कि एल कोब्रे जाकर ईश माता के चरणों में घुटने टेक कर क्यूबा के सबलोगों के लिए उन्हें धन्यवाद दें तथा उनसे याचना करें कि वे इस देश के भविष्य को निर्देशित करें ताकि यह न्याय, शांति, स्वतंत्रता और मेलमिलाप के पथ पर बढे।

संत पापा ने कहा कि वे परोपकार के तीर्थयात्री रूप में क्यूबा आये हैं ताकि भाई बहनों को विश्वास में सुदृढ़ करें, उनकी आशा को मजबूत करें जो हमारे जीवन में ईश्वर के प्रेम की उपस्थिति से उत्पन्न होती है।

संत पापा ने कहा कि विश्व के विभिन्न भागों में आर्थिक कठिनाईयाँ महसूस की जा रही हैं यह न केवल गहन आध्यात्मिक और नैतिक संकट है बल्कि व्यक्ति और परिवार की यथार्थ भलाई का बहुत कम ध्यान रखनेवाली कुछेक ताकतों की महत्वकांक्षाओं और स्वार्थ के सामने मानवजाति को मूल्यरहित तथा सुरक्षाविहीन कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम इस सांस्कृतिक और नैतिक दिशा में बढ़ना नहीं जारी रख सकते हैं जिसने अनेकों के लिए दुःखद परिस्थिति उत्पन्न कर दी है। सच्ची प्रगति ऐसी नैतिकता का आह्वान करती है जो मानव पर केन्द्रित हो तथा उसकी गहनतम जरूरतों, विशेष रूप से, मानव की आध्यात्मिक और धार्मिक पहलूओं का भी ख्याल करती है।

संत पापा ने कहा कि समाज के पुर्नजन्म के लिए सुदृढ़ नैतिक मूल्योंवाले स्त्री पुरूषों की जरूरत है जो मानव प्राणी की अपरिवर्तनीय और पारलौकिक प्रकृति के प्रति सम्मान की भावना रखते हैं। क्यूबा भविष्य की ओर देख रहा है और इस तरह से अपने क्षितिज को नया और विस्तृत करने के लिए प्रयास कर रहा है। वे ईश्वर से ईश्वर से निवेदन करते हैं कि इस भूमि और यहाँ के सब निवासियो को बहुतायत में आशीष दें। अवर लेडी ओफ चारिटी ओफ एल कोब्रे की मध्यस्थता द्वारा वे ईश्वर से याचना करते हैं कि इस देश को आशा, सहदयता और सौहार्द से पूर्ण भविष्य मिले।








All the contents on this site are copyrighted ©.