2012-03-24 11:06:06

वाटिकन सिटीः मेक्सिको और क्यूबा में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की यात्रा शुरु


वाटिकन सिटी, 24 मार्च सन् 2012 (सेदोक): काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें, 23 से 28 मार्च तक, मेक्सिको एवं क्यूबा की प्रेरितिक यात्रा पर हैं। शुक्रवार, 23 मार्च को, रोम समयानुसार प्रातः साढ़े नौ बजे, फ्यूमिचीनो अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से मेक्सिको के लेओन शहर के लिये, सन्त पापा, रवाना हुए थे। मेक्सिको तथा क्यूबा की छः दिवसीय यात्रा सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की 23 वीं विदेश यात्रा है। इन दोनों ही राष्ट्रों में यह यात्रा सन्त पापा की पहली प्रेरितिक यात्रा है। 25 मार्च तक सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें मेक्सिको में रहेंगे तथा 26 एवं 27 मार्च को क्यूबा की प्रेरितिक यात्रा कर 28 मार्च को पुनः रोम लौटेंगे।

अपने सात वर्षीय परमाध्यक्षीय काल में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें पहली बार लातीनी अमरीका के स्पानी भाषी देशों की यात्रा कर रहे हैं। उत्तर में अमरीका, दक्षिण-पूर्व में बेलीज़ एवं ग्वाटेमाला की सीमा से लगा तथा पूर्व एवं पश्चिम में एटलांटिक तथा प्रशान्त सागरों को देखता हुआ, मेक्सिको, लातीनी अमरीका का सर्वाधिक विशाल स्पानी भाषी काथलिक बहुल देश है। देश की कुल आबादी 10 करोड़, 84 लाख, 26,000 है जिसमें 92 प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी हैं। पाँच प्रतिशत प्रॉटेस्टेन्ट ख्रीस्तीय तथा 3 प्रतिशत नास्तिक हैं। 1520 ई. से मेक्सिको स्पेन के अधीन रहा था। दो सौ वर्ष पूर्व उसने स्वतंत्रता प्राप्त की थी।

दूसरी ओर एटलांटिक महासागर तथा मेक्सिको की खाड़ी के बीच स्थित क्यूबा द्वीप की कुल आबादी एक करोड़ 12 लाख 42 हज़ार है जिनमें 60 प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी हैं। सन् 1959 ई. में फिदेल कास्त्रो के नेतृत्व में हुई क्यूबा की क्रान्ति के बाद से देश साम्यवादी शासन के अधीन रहा है। 26 तथा 27 मार्च को सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें क्यूबा के सान्तियागो दे क्यूबा तथा हवाना शहरों की दो दिवसीय प्रेरितिक यात्रा करेंगे।









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