रोम, 17 मार्च, 2012 (सीएनए) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें 14 से 16 सितंबर 2012 तक लेबानोन
की प्रेरितिक यात्रा करेंगे।
विभिन्न भ्रांतियों को दूर करते हुए मेलकाइट ग्रीक
कैथोलिक चर्च के अध्यक्ष पैट्रियार्क ग्रेगोरियोस तृतीय ने इस बात की पुष्टि की कि संत
पापा अगले सिंतबर माह में लेबानन की यात्रा करेंगे।
पैट्रियार्क ग्रेगोरियोस
तृतीय ने कहा, "हम उनके पास गये थे और अब वे हमारे बीच आयेंगे।"
उन्होंने उक्त
बात की घोषणा रोम स्थित मेलकाइट कैथोलिक चर्च के मुख्यालय में 15 मार्च को की जब उन्होंने
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। लेबानोन दैनिक स्टार की रिपोर्ट के अनुसार
पैट्रियार्क ने कहा, "संत पापा लेबानन जायेंगे ताकि ख्रीस्तीय एकता सुदृढ़ हो।" लेबानोन
यात्रा के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए पैट्रियार्क ने कहा,"14 सितंबर को हरिस्सा
के संत पौल गिरजाघर में संत पापा की उपस्थिति में एक सभा संपन्न होगी जिसकी अध्यक्षता
पैट्रियार्क ग्रेगोरियोस खुद करेंगे।" कार्यक्रम के अनुसार यदि सीरिया की स्थिति
सामान्य रही तो संत पापा मध्य पूर्वी काथलिकों के नाम पर सिरिया के दमस्कुस में भी रुकेंगे।
संत पापा मध्यपूर्व के लोगों को एक शांति संदेश देंगे और एक दस्तावेज़ प्रस्तुत करेंगे
जिसका आधार है मध्यपूर्वी कलीसिया के धर्माध्यक्ष के लिये सन् 2010 में सम्पन्न सिनॉद,
जिसे ‘पोस्ट सिनॉदल अपोस्तोलिक एक्सहोर्टेशन’ के नाम से जाना जायेगा। विदित हो कि
मध्यपूर्वी राष्ट्रों के लिये आयोजित धर्माध्यक्षों के सिनॉद में काथलिकों और अन्य ईसाइयों
के रक्षा और सुरक्षा पर बल दिया गया था। मध्यपूर्व राष्ट्रों की राजनीतिक स्थायित्व
डगमगाने और सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध ने काथलिक कलीसिया की चिन्ता को और बढ़ा दी है।
विदित हो कि संत पापा को लेबानोन आने का आमंत्रण लेबानोन के सुन्नी प्रधानमंत्री
नज़ीब मिकाती ने उस समय दिया जब पिछले वर्ष नवम्बर माह में उन्होंने वाटिकन में संत पापा
से मुलाक़ात की थी। ग़ौरतलब है कि मध्यपूर्व में लेबानोन ही एक ऐसा राष्ट्र है जिसे
स्थायित्व और धार्मिक सहअस्तित्व के लिये आदर्श राष्ट्र माना जाता है। लेबानोन में मारोनाइट
काथलिकों की संख्या कुल जनसंख्या का 21 प्रतिशत है।