2012-03-16 16:59:47

कारितास इंडिया के योगदान की सराहना


भुवनेश्वर ओड़िसा 16 मार्च 2012 (ऊकान) भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की सामाजिक सेवा ईकाई कारितास इंडिया ने भुवनेश्वर में 14 से 15 मार्च तक दो दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन किया जिसमें पुरोहितों, धर्मसमाजियों. धर्मबहनों, गैर सरकारी स्वयंसेवी संगठनों के सहयोगी, गाँव के नेताओं तथा स्थानीय नागरिकों सहित लगभग 1000 लोग शामिल हुए।

कारितास इंडिया के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष लुमेन मोंतेरो ने अध्यक्षीय भाषण में विश्व के दूसरे सबसे बड़े गैर सरकारी संगठन की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला। स्वर्ण जयंती समारोह का उदघाटन 14 मार्च को एक्सेस टू डेवलोपमेंट एंड राइटस विषय पर एक पैनल डिसक्सन से आरम्भ हुआ जिसमें ओड़िसा का विशेष संदर्भ दिया गया। वरिष्ठ पत्रकार राबी दास ने वाद विवाद का संचालन किया तथा कंधमाल हिंसा से संबंधित विभिन्न मुददों और कारितास इंडिया द्वारा शांति के लिए की गयी पहलों पर चर्चा की। सन 2008 के ईसाई विरोधी साम्प्रदायिक दंगों के बाद कंधमाल जिले के 415 गाँवों में कारितास इंडिया ने शांति समितियों और शांति कल्बों की स्थापना करने के लिए सहायता किया।

फादर फ्रेदरिक डिसूजा ने बताया कि ओड़िसा के लोगों की सहायता के लिए क्षेत्रीय संयोजन केन्द्र की स्थापना की जा रही है।

समारोह के मुख्य अतिथि ओड़िसा के राज्य कमिश्नर जगदानन्दा ने मुददों की जाँच करने तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए सूचना का अधिकार कानून का और अधिक उपयोग करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र नागरिक सहायक ब्यूरो तथा गाँवों के स्तर पर सूचना का अधिकार क्लिनिकों को बनाये जाने की जरूरत है ताकि सरकारी सूचनाओं तक लोगों की पहुंच हो सके।

कटक भुवनेश्वर के महाधर्माध्यक्ष जोन बरवा ने कहा कि लातिनी मूल वाले शब्द से बना कारितास शब्द का अर्थ शर्त रहित प्रेम है जो ह्दय से आता है। उन्होंने कहा कि पर्याप्त कहना नहीं हैं हमें और अधिक देना है।

लक्ष्य किया जाये कि कारितास इंडिया ओडिसा राज्य में 667 मिलियन रूपये निवेश कर 929 विकासवादी योजनाओं को समर्थन दे रही है।








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