महाधर्माध्यक्ष कोंचेसाव द्वारा तूतीकोरिन धर्मप्रांत के बैंक खाते पर लगी रोक को हटाने
का आग्रह
नई दिल्ली 8 मार्च 2012 (ऊकान) दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष विनसेंट कोंचेसाओ ने तूतीकोरिन
धर्मप्रांत तथा तमिलनाडु के अनेक गैर सरकारी संस्थानों के बैक खाते पर लगायी गयी रोक
को अविलम्ब हटाये जाने का केन्द्रीय सरकार से आग्रह किया है। उन्होंने एक वक्तव्य में
कहा कि यह प्रतिबंध इन संगठनों के खिलाफ घोर अन्याय तथा उन निर्धन और पीड़ित लोगों के
खिलाफ है जो इन संस्थानों की गतिविधियों से लाभान्वित होते रहे हैं। महाधर्माध्यक्ष
कोंचेसाव ने कहा कि वे तमिलनाडु धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की समिति की माँग का समर्थन करते
हैं तथा तूतीकोरिन धर्मप्रांत पर लगाये गये प्रतिबंध को वापस लेने की माँग करते हैं।
सरकार ने तूतीकोरिन धर्मप्रांत पर आरोप लगाया था कि समाज सेवा और अन्य उदेदश्यों के लिए
विदेशों से मिले धन का उपयोग कुडनकुनल न्यूकिलयर पावर प्लांट का विरोध करने के लिए किया
गया था। महाधर्माध्यक्ष कोंचेसाव ने कहा कि उन्हें स्थानीय धर्माध्यक्षों के द्वारा
बताया गया कि धर्मप्रांत ने विदेशी धन का किसी भी तरह से दुरूपयोग नहीं किया है। सरकार
द्वारा निर्धारित कानून का गंभीरतापूर्वक पालन करते हुए चर्च ने विदेशी धन का उपयोग केवल
निर्धनों के कल्याण के लिए किया है। उन्होंने कहा कि पूरे देश भर में कलीसियाई संगठन
गरीबों की पीड़ा और कठिनाई को दूर करने तथा सरकार को सहायता करने के कामों में संलग्न
रही है। महाधर्माध्यक्ष कोंचेसाव ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा गृहमंत्री पी चिदम्बरम
से अपील करते हुए कहा कि कड़े कदम उठाने से पहले वे उचित जाँच पड़ताल करायें।